सौरमंडल में कई सारे ग्रह हैं. जो इसकी शोभा बढ़ाते हैं. इनमें से कई सारे ग्रहों का आकार पृथ्वी से भी बड़ा हैं. तो कई सारे ऐसे ग्रह भी हैं जो बहुत छोटे आकार के हैं. लेकिन अगर आप से कोई पूछे की सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा हैं?
तो आप फटाक से उत्तर दे देंगे कि बृहस्पति. लेकिन अगर कोई ये पूछे की आखिर ऐसा क्यों हैं? तो आप तोड़ा सा मुश्किल में पड़ सकते हैं. इसलिए आज हम आपको इस लेख में इस सवाल का जवाब देने जा रहे हैं. तो चलिए बृहस्पति से जुड़े कई सारे दिलचस्प बातों के बारे में विस्तार से जानते हैं.....
बृहस्पति का आकार कितना हैं?
बृहस्पति सभी ग्रहों से काफी बड़ा हैं क्योंकि इसका व्यास 142984 किलोमीटर हैं, जबकि इसका आयतन और द्रव्यमान क्रमशः-1.4313 ×1015 Km3 और 1.8982×1027 Kg है. बृहस्पति का आकार अन्य ग्रहों के आकार के दोगुने से कहीं ज्यादा हैं. साथ ही अगर ये अपने इस आकार से 80 गुना ज्यादा होता तो ये एक तारा होता.
बृहस्पति 1300 पृथ्वी के बराबर हैं
बृहस्पति का जितना आयतन हैं उस हिसाब से इसके अंदर कम से कम 1300 से ज्यादा पृथ्वी जैसे ग्रह समा सकते हैं. इससे आप अंदाज लगा सकते हैं कि ये कितना बड़ा ग्रह हैं. सिंपल शब्दों में कहे कि अगर बृहस्पति का आकार एक बास्केटबॉल की तरह होता तो इसके मुकाबले पृथ्वी का आकार एक अंगूर की तरह होता.
बृहस्पति को फेल्ड ग्रह क्यों कहते हैं?
आपको जानकर हैरानी होगी कि सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति को साइंस में फेल्ड ग्रह कहा जाता हैं. जुपिटर का निर्माण गैसों से ही हुआ हैं. इसके अंदर 90% हाइड्रोजन और 10% हीलियम होता हैं. इसको फेल्ड स्टार इसलिए कहा जाता हैं क्योंकि ये एक ऐसा ग्रह हैं जो अपने जन्म के समय तारा बनते-बनते रह गया. अगर इसका आकार 80 और होता तो ये पूरी तरह से तारा बन जाता हैं. जिसके बाद इसके अंदर भी नाभिकीय संलयन यानी Nuclear Fusion होने लगता.
सौरमंडल का सबसे तेज घूमने वाला ग्रह हैं बृहस्पति
आपको बता दें कि सौरमंडल में मौजूद ग्रहों में से बृहस्पति ही एक ऐसा ग्रह हैं जो अपनी धुरी पर सबसे तेजी से घूमता हैं. ये 45,300 कि.मी. प्रति घंटे की स्पीड से घूमता हैं. बृहस्पति का एक दिन महज 10 घंटे का ही होता हैं क्योंकि ये अपने अक्ष पर सिर्फ 10 घंटे में ही एक चक्कर पूरा कर लेता हैं. जबकि पृथ्वी को ये काम करने में 24 घंटे लगते हैं.
बृहस्पति के पास भी अपना उपग्रह हैं. जिनमें से सबसे बड़े उपग्रह को गेनीमेड कहा जाता हैं. जो सिर्फ बृहस्पति का ही नहीं बल्कि पूरे सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह हैं.