आप कई सालों से सुनते और देखते हुए आये हैं कि आप भी बूढ़े हो जायेगे. वो देखों वो बूढ़ा हो गया. आपने अपने आस-पास में भी कई सारे लोगों को बूढ़ा होते हुए देखा होगा.
ऐसे में एक सवाल बहुत लाजमी होता हैं कि इंसान बूढ़ा कैसे होता हैं? ऐसा क्या बदलाव होने से एक इंसान बूढ़ा दिखाई देने लगता हैं? आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं.
दरअसल इंसान के शरीर में कई सारे सेल्स और टिश्यूज पाए जाते हैं. एक समय के बाद इनमें बदलाव होने लगता हैं. उनकी काम प्रणाली धीरे होने लगती हैं. जिससे उनमें गिरावट होने लगती हैं. जिसका असर आपके बाहर आवरण पर पड़ती और आप बूढ़े होते चले जाते हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार इंसान के बूढ़े होने के पीछे 9 कारक होते हैं. जिनमें से कुछ इस प्रकार से हैं.......
माइटोकॉन्ड्रिया: माइटोकॉन्ड्रिया को इंसानी शरीर का पावर हाउस कहा जाता हैं. इसके अंदर कई सारी कोशिकाएं काम करती हैं. ये पावर जनरेट करके हमारी शरीर को तारो-ताजा बनाये रखता हैं. लेकिन एक समय के बाद इसके फंक्शन में कमी आती हैं. जिसका सीधा असर शरीर के अन्य हिस्सों पर दिखाई देते हैं और हम बूढ़े होने लगते हैं.
टेलीमियर: ये हमारे डीएनए के क्रोमोसोम के ऊपर पाए जाते हैं. टेलीमियर का मुख्य काम नई बनने वाली कोशिकाओं को सुरक्षति करना होता हैं. जिससे नई बनने वाली कोशिकाएं सेफ रहती हैं. लेकिन एक समय के बाद टेलीमियर का काम धीमा हो जाता हैं. जिससे नई बनने वाली कोशिकाएं जल्दी नष्ट हो जाती हैं. जिससे हम बूढ़े दिखने लगते हैं.
बूढ़ा होने के लक्षण
किसी भी इंसान को इस बात की जानकारी कब होती हैं कि वो बूढ़ा हो रहा हैं? इसके क्या लक्षण होते हैं? एक समय के बाद लोग का शारीरिक मैकेनिज्म काम करना कम कर देता हैं. जिससे उसकी स्वास्थ्य ख़राब होने लगती हैं. आमतौर पर लोग जब 50 की उम्र पार करते हैं उसके बाद से उन्हें बूढ़ा माना जाता हैं. इसके कई सारे लक्षण होते हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं....
- बालों का चला जाना,
- थकान का एहसास,
- भूलने की बीमारियां,
- नजर कमजोर
बुढ़ापें में क्या करें?
बुढ़ापा एक ऐसी स्थिति हैं जो सबको आएगी. लेकिन ऐसी परिस्थिति में क्या करना चाहिए इसका ज्ञान होना बहुत जरुरी हैं. कई बार लोग बुढ़ापें में इतने कमजोर हो जाते हैं कि उनका जीना मुश्किल हो जाता हैं. इसलिए जरुरी हैं कि आप बुढ़ापे के दौरान निम्न चीजों पर ध्यान दें......
- खाना-पीना टाइम से खाएं
- ज्यादा स्ट्रेस ना लें
- भारी-भरकम लोड ना उठाये
- मेहनत का काम कम करें
- अपनों के साथ ही रहें.