आज भी महानगरों में कई सारे लोग किराये के घर में रहते हैं. इन लोगों में सबसे ज्यादा आबादी या तो स्टूडेंट्स की होती हैं या फिर काम की तलाश में आने वाले लोगों की. ऐसे में आप जब भी एक किराये के घर में रहते हैं.
तो कई बार लैंड लॉर्ड कुछ एग्रीमेंट साइन कराते हैं. जिसमें मकान मालिक और आपके बीच में कुछ नियमों को लेकर आपसी सहमति में एक प्रस्ताव तय होता हैं. अगर आप भी किराये पर मकान लेते समय कोई एग्रीमेंट साइन करते हैं. तो उससे पहले आप इन 5 चीजों की जानकारी अच्छे से कर लीजिए. चलिए उन जानते हैं वो 5 चीजें कौन सी हैं?
1. किराये के घर में एग्रीमेंट पर साइन करने से पहले. उसपर ये देख लें कि जो किराया तय हुआ हैं वो लिखा हो. साथ ही उसे जमा करने की अंतिम तारीख के साथ लेट देने पर पेनॉल्टी के बारे में सारी जानकारी स्पष्ट लिखी हो.
2. दूसरी सबसे जरुरी बात ये हैं कि आप एग्रीमेंट में देखे लें की उसपर किराया बढ़ाने से संबंधित क्या नियम लिखें हैं. ये एग्रीमेंट लॉन्ग टर्म प्रोसेस यानी चार से पांच साल के लिए हैं. या फिर शॉर्ट-टर्म यानी 11 महीने के लिए हैं. साथ ही ये भी सुनिश्चित कर लीजिए कि किराया किस दर से बढ़ेगा?
3. रेंट एग्रीमेंट आमतौर पर फिक्स टाइम के लिए होता हैं. जैसे 11 महीने, 3 महीने आदि. लेकिन कई बार कुछ हालात ऐसे बनते हैं कि मकान मालिक किराये दार को मकान खाली कर देने के लिए बोल देते हैं. ऐसे में एग्रीमेंट में नोटिस पीरियड्स का जिक्र जरूर होना चाहिए. नोटिस पीरियड्स की समय अवधि के महीने की होती हैं.
4. रूम एग्रीमेंट साइन करने से पहले मकान मालिक द्वारा लगाई जाने वाली बंदिशों के बारे जान लेना जरुरी हैं. जैसे कई बार मकान मालिक जानवर नहीं पालने देते, पार्किंग में लोचा करते हैं, रात में आने जाने पर टोकते हैं या फिर दोस्त या रिश्तेदारों के आने पर भड़क जाते हैं. ऐसे में जरुरी हैं कि ये सभी बातें एग्रीमेंट पर क्लियर लिखी हो.
5. अंतिम और जरुरी बात अगर आपको रूम फूली फर्निश्ड या सेमी फर्निश्ड मिल रहा हैं. तो एग्रीमेंट पर फर्नीचर और आदि सामानों का डिटेल लिस्ट होनी बहुत जरुरी हैं.
इन सभी बातों को अच्छे से जानने और चेक करने के बाद ही आप रेंट एग्रीमेंट पर साइन कीजिए.