अगर आप अभी अच्छे सौदे के तलाश में रहते हैं. तो बैंक द्वारा नीलाम की जा रही प्रॉपर्टी सबसे बेहतरीन विकल्प होता हैं. लेकिन इसमें थोड़े बहुत जोखिम भी होते हैं.
अक्सर आपको इन जोखिमों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती हैं. जिसकी वजह से आपका कई बार लॉस भी हो जाता हैं. आज हम आपको इस लेख में नीलामी प्रॉपर्टी से संबंधित इन्हीं जोखिमों के बारे में बताने जा रहे हैं.
बैंक द्वारा नीलाम की जा रही प्रॉपर्टी क्यों होती हैं इतनी सस्ती?
कई सारे लोग नीलामी वाली प्रॉपर्टी इस लिए भी खरीदते हैं क्योंकि वो काफी ज्यादा सस्ती होती हैं. ऐसा इसलिए होता हैं क्योंकि जब कोई शख्स बैंक से लिया लोन टाइम से नहीं चूका पाता हैं. तब बैंक अपने बकाया रकम को उसकी गिरवी रखी प्रॉपर्टी को बेचकर भरपाई करती हैं. ऐसे में ये सारी प्रॉपर्टीज सस्ती होती हैं.
नीलामी की प्रॉपर्टी खरीदते समय इन 5 बातों का रखें ख्याल
किसी और बैंक का भी कर्ज होना
कई बार जो सम्पति आप एक बैंक की नीलामी में खरीदते हैं. उसी सम्पत्ति पर कई और बैंकों का कर्ज होता हैं क्योंकि कई बार एक ही सम्पत्ति को अलग-अलग बैंकों में गिरवी रखकर लोग लोन ले लेते हैं. इसलिए आप जब भी नीलामी की सम्पति खरीदने का मन बनाये. तो इस बात की पूरी जानकारी ले लीजिए कि उस प्रॉपर्टी पर और कोई कर्ज चढ़ा हैं या नहीं.
अन्य बकाया न हो
प्रॉपर्टी पर बोली लगाकर उसे खरीदने से पहले आप इस बात की जानकारी कर लीजिए कि इसके अन्य बकाया राशि का भुगतान हुआ हैं या नहीं? कई केसों में ऐसा होता हैं कि प्रॉपर्टी के कई सारे अन्य चीजों जैसे सोसाइटी का बकाया, बिजली-पानी बिल, हाउस टैक्स, सीवर आदि का पैसा जमा नहीं होता हैं. तो जो भी प्रॉपर्टी खरीदता हैं. बाद में उसे इन सबको भरना पड़ता हैं. जिससे आपका नुकसान हो सकता हैं. इसलिए प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इसके बारे में तहकीकात अच्छे से कर लीजिए.
प्रॉपर्टी ओक्युपेंसी सर्टिफिकेट हो
आप जो बिल्डिंग नीलामी में खरीदने जा रहे हैं. उसका ओक्युपेंसी सर्टिफिकेट होना बहुत जरूरी हैं क्योंकि आज कल कई सारे बैंक बिना प्रॉपर्टी टाइटल चेक करे ही लोन पास पर दे रहे हैं. ऐसे में कई बार किसी और की बिल्डिंग या बिना कम्पलीट बिल्डिंग्स को लोग गिरवी रख देते हैं. जिसे बिना जाँच किये खरीदने से आपका नुकसान हो जाता हैं.
घर में रहने वाले किरायेदार
कई बार ऐसी प्रॉपर्टीज में लोग कम रहते हैं. वो इसे गिरवी रखने के बाद इसे किराये पर दे देते हैं. ऐसे में जब प्रॉपर्टी नीलम हो जाती हैं. तो उसमें रहने वाले किरायदारों को घर से निकालने की सारी जिम्मेदारी आपकी होती हैं. कई बार ये पूरा मामला बहुत ही पेचीदा भी हो जाता हैं. इसलिए इस बात की भी जानकारी रखना जरुरी हैं.
मकान की हालत
अगर मकान मालिक को ये पता चल जाता हैं कि वो दिवालियां होने वाला हैं. तो वो मकान का मेंटेनेंस नहीं कराते हैं. ऐसे में घर की माली हालत बिगड़ जाती हैं. इसलिए आप जब ऐसे मकान को नीलामी में खरीदने जा रहे हो तो एक बार जरूर विचार कर लीजिए. कई बार प्रॉपर्टी की कीमत से ज्यादा खर्चा तो मरम्मत में चला जाता हैं.