वास्तु शास्त्र में कई ऐसे नियम और सिद्धांत बताये गए हैं. जिनका पालन करके इंसान अपने घर के साथ-साथ जीवन में भी समृद्धि और खुशहाली ला सकता हैं. वास्तु शास्त्र में बताये गए इन सिद्धांतों से आपका वास्तु दोष खत्म हो जाता हैं.
साथ ही घर में से नकारात्मक ऊर्जाओं का भी नाश हो जाता हैं. आज हम आपको इस आर्टिकल में वास्तु शास्त्र से संबंधित इन्हीं नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं.
मेहमानों का कमरा
घर में आने वाले मेहमानों से आपके संबंध ठीक और मधुर रहे. इसके लिए वास्तु शास्त्र के हिसाब से उन्हें उत्तर पश्चिम में बने कमरों में ही ठहरना चाहिए. घर बनवाते समय इस बात का खास ध्यान देकर उनका कमरा उत्तर-पश्चिम दिशा में ही बनाये.
धन सम्पति के लिए
अगर अथक प्रयास करने के बाद भी धन की बचत नहीं हो पाती हैं. तो वास्तु शास्त्र के हिसाब से आप अपने घर के दक्षिण-पूर्व दिशा में नीले रंग की जगह हल्का नारंगी या गुलाबी रंग करवाएं.
साफ-सफाई
वास्तु दोष के निवारण के लिए आप घर की समय-समय पर साफ-सफाई करवाते रहिये. घर में जमी धूल-मिट्टी और मकड़ी के जालों को साफ करना सबसे जरुरी होता हैं.
सूखा पौधा न रखें
अगर आपके घर की बालकनी या टेरेस गार्डन में पौधे हो तो उन्हें समय-समय पर पानी दीजिए. अगर कोई पौधा सुख गया हो तो उसे फ़ौरन हटा दीजिए. ऐसा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती हैं.
पूजा घर
घर के अंदर एक छोटा सा मंदिर या पूजा का कक्ष जरूर होना चाहिए. साथ ही इस मंदिर में नियमति तौर पर विधि-विधान से पूजा-अर्चना होती रहनी चाहिए. आप इस बात का भी ध्यान रखें कि मंदिर का निर्माण या पूजा का कमरा दक्षिण-पश्चिम की दिशा वाले कमरों में नहीं होना चाहिए. इससे वास्तु दोष होता हैं.
सोने की स्थिति
वास्तु शास्त्र और हिन्दू मान्यताओं के अनुसार किसी को भी दक्षिण दिशा की तरह सर करके नहीं सोना चाहिए. ऐसा करने से बेचैनी, घबराहट और नींद ना आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
पार्किंग की दिशा
अगर आप पार्किंग का इस्तेमाल करते हैं. या इसका निर्माण करवा रहे हैं. तो वास्तु शास्त्र के अनुसार इसे उत्तर-पश्चिम दिशा की ही तरफ बनवाना चाहिए. ऐसा करना शुभ माना जाता हैं. घर में सुख-समृद्धि बनी रहती हैं.
सामान रखने का तरीका
घर के अंदर आप अगर उत्तर दिशा,ईशान दिशा,पूर्व दिशा,वायव्य दिशा में हल्का सा सामान रखते हैं. तो आपको इससे बहुत लाभ होता हैं. घर में शांति का माहौल और सुख की प्राप्ति होती हैं.