जब भी आप घर बनवाते हैं. तो कई सारी बातों का ध्यान रखते हैं, जैसे घर की डिज़ाइन, बेडरूम, किचन, लॉन, लाइटिंग, कलर आदि. लेकिन आप कई बार घर बनवाते समय वास्तु की बातों को ध्यान में रखना भूल जाते हैं.
जिसकी वजह से घर की बनावट में सब कुछ परफेक्ट होने के बाद भी वास्तु का दोष आ जाता हैं. घर में वास्तु दोष आ जाने से घर में सुख-शांति का अभाव हो जाता हैं. घर वालों को कई सारे दुःख और तकलीफों को झेलना पड़ता हैं. कारोबार, नौकरी, शिक्षा आदि में बाधाएं आने लगती हैं. इसलिए घर बनवाते समय वास्तु की इन खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरुरी होता हैं. जिनके बारे में आज हम आपको इस लेख में बताने जा रहे हैं......
घर की दीवारों का रखें ध्यान
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर की चारों दीवारे आपने घर में मजबूती और शांति के प्रतीक माने जाते हैं. ऐसे में अगर घर की दीवारों में दरारे आ जाती हैं. तो इसका बहुत ही बुरा प्रभाव घर की सुख-शांति पर पड़ता हैं. घर के लोगों में कलह शुरू हो जाता हैं. इसलिए इसकी मरम्मत और देख रेख करनी चाहिए. साथ ही उत्तर दिशा की दीवार का ख्याल ज्यादा रखना चाहिए.
पानी का नल और वॉशबेसिंग
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर के अंदर लगने वाले पानी के नल और वॉशबेसिंग की दिशा कभी भी उत्तर दिशा की तरफ नहीं होनी चाहिए. ऐसा करना दोष माना जाता हैं. घर के अंदर कभी भी उत्तर दिशा की तरफ बाथरूम, टॉयलेट या किचन नहीं रखें. इससे घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती हैं. साथ ही घर में अशांति का वातवरण हो सकता हैं. वास्तु के अनुसार ही इन चीजों का निर्माण करना चाहिए.
पूजा घर उत्तर में हो
अगर आपके घर में उत्तर की तरफ पूजा का रूम या मंदिर बना हैं. तो इसे गुड लक माना जाता हैं. घर में शांति और आर्थिक मजबूती के लिए इसका होना बेहद जरुरी हैं. साथ ही आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि घर में किसी भी जंगली जानवर की तस्वीर ना लगी हो. ऐसा माना जाता हैं धनपति कुबेर का राज्य उत्तर दिशा में ही था. जिसके कारण से अगर आपके घर में पूजा का रूम उत्तर दिशा हो तो इससे उनकी कृपा आप पर सबसे ज्यादा पड़ती हैं. कुबेर के साथ-साथ देवी लक्ष्मी की स्थापना घर में होनी चाहिए.