कई बार आप कितनी कोशिश करते है कि आपके बच्चों का मन पढ़ाई में लग जाये. ताकि वो भी अपनी पढ़ाई के क्षेत्र में तरक्की कर सकें. लेकिन कई बार आपकी और आपकी बच्चों दोनों की मेहनत व्यर्थ चली जाती है क्योंकि आपके बच्चे का परिणाम अच्छा नहीं आ पाता है.
ऐसे में आपको कुछ खास वास्तु टिप्स को अपनाने की बहुत जरूरत है. वास्तुशास्त्र में कई सारे नियम और कानून दिए गए है. जिनका इस्तेमाल करके आप कई सारी समस्याओं से छुटकारा पा सकते है. ऐसे कुछ खास टिप्स शिक्षा के क्षेत्र में तरक्की पाने के लिए भी दिए गए है. तो आइये उनके बारे में विस्तार से जानते है....
- आप जब भी बच्चों का कमरा बनवाये तो उससे पहले दिशा की जानकारी रखना बहुत जरुरी है. वास्तु के हिसाब से बच्चों के कमरे को हमेशा उत्तर या उत्तर-पूर्व की दिशा में बनवाना चाहिए. इस दिशा में कमरे को बनवाने से बच्चों के मन में शांति और खुशहाली रहती है. इस दिशा से हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता रहता है. जिससे उनके करियर में उन्हें सफलता मिलती रहती है.
- बीम पड़ी छत या दुछती कमरे में बैठ कर नहीं पढ़ना चाहिए. इससे मानसिक तनाव बढ़ता है. जिसकी वजह से आपका मन पढ़ाई में नहीं लगता है.
- जिस भी जगह पर आप पढ़ाई करते है या जहां आपका स्टडी रूम होता है. वहां पर भगवान बुद्ध की छोटी से मूर्ति जरूर रखें. ऐसे करने से आपका चंचल और अशांत मन बहुत शांत हो जाता है. साथ ही आपका ध्यान पढ़ाई पर केन्द्रित हो जाता है. ऐसा करने से आपका मन पढ़ाई से नहीं भागता और करियर में तरक्की मिलती है.
- आप ऐसे कमरे में अपना स्टडी रूम बनाये जहाँ पर सूर्य की किरणें आती हो. वास्तु के अनुसार सूर्य की किरणें घर में सकारात्मकता लेकर आती है. जिनकी वजह से आपके अंदर की नेगेटिविटी खत्म हो जाती है और अपनी पढ़ाई के प्रति सजग हो जाते है.
- पढ़ाई करने वाले बच्चों को हमेशा दक्षिण-पश्चिम में सिर करके सोना चाहिए. ऐसा करने से उनका दिमाग तेज होता है. जिससे उनकी पढ़ाई के क्षेत्र में उन्नति होती है.
- अगर आपको भी पढ़ाई करते समय आलस्य या सुस्ती आती है. तो आपको पपने स्टडी रूम में हरे रंग को ज्यादा महत्व देना चाहिए क्योंकि सफेद रंग आलस्य को बढ़ा देता है. जिसके कारण आपका पूरा ध्यान पढ़ाई से भटक जाता है.