वास्तु के अनुसार घर हमेशा हर चीज देखने के बाद ही लेना चाहिए. एक बेहतरीन और सम्पन्न घर वही होता है, जहां किसी भी प्रकार का कोई वास्तुदोष नहीं होता है.
घर में वास्तुदोष होने से घर के अंदर नकारात्मकता आने लगती है. जिससे घर के ऊपर से धीरे-धीरे देवी-देवताओं की कृपा खत्म होने लगती है. इसलिए जब भी घर या फ्लैट या कोई रूम लेने जा रहे है. तो वास्तुशास्त्र में दिए गए नियमों को ध्यान में रखकर ही चीजें फाइनल कीजिए. ऐसा नहीं करने पर घर में वास्तुदोष आ जाता है. जिसके बाद घर के सदस्यों को कई सारी मुसीबतों और दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है. वास्तु के हिसाब से किसी भी बहुमंजिला बिल्डिंग में इन 4 खास कारणों से सबसे ऊपर वाले फ्लोर पर रूम या फ्लैट नहीं लेना चाहिए, नहीं तो दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है. तो आइये इन 4 कारणों के बारे में जानते है.....
1. बहुत सारे लोग बेहतर व्यू पॉइंट के लिए सबसे ऊपर वाला फ्लैट ले लेते है. ऐसे में उनको व्यू तो अच्छा मिल जाता है लेकिन जो फ्लैट वो लेते है. उसमें भयंकर वास्तुदोष उत्पन्न हो जाता है. जिसके दुष्परिणाम घर के लोगों को भुगतने पड़ते है. वास्तु के अनुसार आपके फ्लैट के ठीक ऊपर ओवर हेड वाटर टैंक मौजूद होता है. जो अशुभ माना जाता है. जिससे नकारात्मकता घर में प्रवेश करती है.
2. वाटर टैंक से उत्पन्न वास्तुदोष के कारण घर के लोगों के स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है. साथ ही कई बार सीलन की समस्या आपके ही फ्लैट में शुरू हो जाती है. ऐसा होने से घर में आर्थिक तंगी बनी रहती है. घर के सदस्यों को पैसे के मामले में लॉस होने लगता है.
3. कई बार इन फ्लैटों के ऊपरी हिस्से में ठीक बेडरूम वाले जगहों पर ही टंकी फिट होती है. जोकि आपके बेडरूम के लिए सही नहीं होता है. ऐसे में पति-पत्नी के बीच कलह बढ़ जाती है. जिससे घर में शांति का लोप होने लगता है.
4. वास्तु के अनुसार ऐसे घरों में नेगेटिव एनर्जी जल्दी से आ जाती है. इससे घर के लोगों का मूड स्विंग होने लगता है. साथ ही घर के सदस्यों में आपसी मतभेद शुरू हो जाते है. घर कई सारे लोगों को हेल्थ प्रॉब्लम्स भी शुरू हो जाते है. इसलिए ऊपरी मंजिल में फ्लैट नहीं लेना चाहिए.