वास्तु और धार्मिक शास्त्रों दोनों में पान के पत्ते का बहुत महत्व माना जाता है. कई सारे धार्मिक अनुष्ठानों और पूजा-पाठों में पान के पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है.
साथ ही वास्तु के अनुसार पान का पत्ता आपकी सोई हुई किस्मत तक जगा सकता है. हिन्दू मान्यताओं और पुराणों के अनुसार पान के पत्ते का सबसे पहले इस्तेमाल देवताओं ने समुद्र मंथन के दौरान किया था. वास्तु के हिसाब से इसके इस्तेमाल से ये 5 लाभ मिलते है....
सफलता दिलाने में मदद करता है
अगर आपको अथक प्रयास करने के बाद भी सफलता नहीं मिल पा रही है. तो आपको हर मंगलवार को हनुमान जी को पान का पत्ता चढ़ाने से लाभ मिल सकता है. वास्तु के अनुसार इस पाने के पत्ते के साथ कत्था, गुलकंद, सौंफ, खोपरे/नारियल का बूरा औक सुमन कतरी आदि को चढ़ाने से असफल काम भी सफल हो जाते है.
वास्तु दोष और पाप से मुक्ति
वास्तु के अनुसार पान का दान करने से आपके घर का वास्तुदोष ठीक हो जाता है. साथ ही आपके सारे पापों का भी नाश हो जाता है.
नजरदोष को कम करें
कई बार लोगों की बुरी नजर लग जाती है. ऐसे में नजरदोष को दूर करने में भी पान के पत्तों का सहारा लिया जाता है. आप पान के पत्तों में 7 गुलाब की पंखुड़ियां रखकर खिला दीजिए. इससे उसको लगा हुआ नजर दूर हो जाता है.
इच्छाओं की पूर्ति के लिए भगवान शिव को करें अर्पित
भगवान शिव सबकी मनोकामना पूरी करते है. आप ये जरूर जानते है कि भगवान शिव को बेलपत्र आदि चढ़ाया जाता है. लेकिन बहुत कम लोग इस बात की जानकारी रखते है कि भगवान शिव को पान का पत्ता भी समर्पित किया जाता है. इससे आपकी सारी इच्छाएं पूर्ण हो जाती है.
रुके हुए काम पूर्ण कराये
कई बार आपके काम बीच में ही लटक जाते है. तो कुछ काम कई सालों से पूर्ण नहीं हो पाते है. ऐसे में वास्तु के अनुसार आप रविवार के दिन अपने जेब में एक पान का पत्ता लेकर घर से बाहर जाये. इसके प्रभाव से आपके सारे पेंडिंग काम पूरे होने लगते है.