इंजीनियरिंग की जॉब बहुत ही अच्छी और रेस्पेक्टफुल मानी जाती है. अन्य कोर्सेज की तरह इंजीनिरिंग की भी कई शाखाएं होती है. जैसे मकेनिकल इंजीनियर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, सिविल इंजीनियर आदि.
कई लोगों को लगता है कि सिविल इंजीनियर की जॉब सबसे अच्छी होती है क्योंकि वो स्ट्रक्चर डिज़ाइन करते है. लेकिन बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होती है कि सिविल इंजीनियर और स्ट्रक्चर बनाने वाले लोगों दोनों अलग होते है. जो स्ट्रक्चर डिज़ाइन करते है उन्हें स्ट्रक्चरल इंजीनियर कहते है और सिविल इंजीनियर से काफी अलग होते है. आज की इस आर्टिकल में हम आपको सिविल इंजीनियरिंग और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग से जुड़ी कुछ खास जानकारी देने जा रहे है. तो आइये इनके बारे में विस्तार से जानते है......
क्या होता है सिविल इंजीनियरिंग?
सबसे पहले इस बात को समझना होगा कि सिविल इंजीनिरिंग क्या होता? सिविल इंजीनिरिंग में आपको यांत्रिक उपकरणों के बारे में बताया जाता है. एक सिविल इंजीनयर विशेष प्रोजक्ट्स को करने में माहिर होते है. सिविल इंजीनिरिंग में आपको डिजाइनिंग के अस्पेक्ट बताये जाते है. जैसे घर की डेसिंग कैसी होगी? रोड बनाते समय स्लोप कितना रहेगा? एंगल क्या होगा? आदि.
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग क्या चीज है?
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग आपको बिल्डिंग या रोड कंस्ट्रक्शन में लगने वाले हर एक चीज के बारे में बताया जाता है. आपको उसका बारीकी से निरक्षण करना होता है. स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग आपको किसी भी चीज में निर्माण होने वाले चीजों के बारे में बारीक से बारीक जानकारी देता है. इसके तहत आपको ये अंदाजा होता है कि किस तरह के डिज़ाइन में कैसे मैटेरियल इस्तेमाल करने होंगे? कौन सा सामना कितना और किस मात्रा में पड़ेगा? आदि.
सिविल इंजीनियर बनने के लिए क्या करें?
अगर आप भी सिविल इंजीनिरिंग में करियर बनाना चाहते है तो आपको सबसे पहले किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से अपनी 12वीं मैथ, केमेस्ट्री और फिजिक्स में अच्छे मार्क्स से पूरी करनी होगी. इसकी बाद JEE Main और Advance का एग्जाम देकर किसी बेहतरीन कॉलेज से सिविल इंजीनिरिंग में ग्रेजुएशन करना होगा. आप किसी प्राइवेट कॉलेज से भी ग्रेजुएशन या पॉलिटेक्निक डिप्लोमा सिविल इंजीनियरिंग के फील्ड में ले सकते है.
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में करियर बनाने के लिए क्या करें?
स्ट्रक्चरल इंजीनियर बनने के लिए भी आपको किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से अपना ग्रेजुएशन स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में पूरा करना होगा. इसके बाद आप कई सारे सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में बतौर स्ट्रक्चरल इंजीनियर काम कर सकते है.