ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग मैकेनिकल इंजीनियरिंग की ही एक शाखा है. इसके अंदर आपको ऑटो मोबाइल, कारों, वाहनों और मोटर के बारे में पढ़ाया जाता है.
जिसे पढ़ने के बाद आप ऑटोमोबाइल इंजीनियर बन जाते है. इस ब्रांच में एडमिशन लेने के बाद आप को एक कार कैसे डिज़ाइन होती है? उसे कैसे बनाया जाता है? इन सभी चीजों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है. आज के दौर में बाजार में हर रोज नयी मॉडल की कारें, मोटर साइकिल और वाहन आ रहे है. ऐसे में ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में एक बेहतर करियर ऑप्शन है. आप इसमें बहुत ही आराम से अपना बेहतरीन करियर बना सकते है. तो आइये इस लेख में जानते है कि एक ऑटोमोबाइल इंजीनियर को क्या सैलरी मिलती है? उसकी जॉब कैसी रहती है? और क्या फ्यूचर ऑप्शन होते है?
ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग क्या पढ़ाया जाता है?
ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में आपको मोटर के बारे में बताया जाता है. जिसमें कारों के साथ कई सारे वाहनों के निर्माण से जुड़ी चीजें विस्तार से पढ़ाई जाती है. इसके अंदर आपको वाहन के डेवलपमेंट, डिजाइनिंग, प्रोडक्शन, मैन्यूफक्चरिंग, टेस्टिंग, सर्विसिंग, मैनेजमेंट और कंट्रोल, उसके मुख्य पार्ट और ईंधन के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है.
कैसे बनाये ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग करियर?
इसके लिए आपको साइंस +मैथ के साथ अपना 10+2 की पढ़ाई पूरी करनी होगी. इसके बाद आपको किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन करना होगा. इसके बाद आप मास्टर्स में ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में अपना पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते है. कई सारे कॉलेज में इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए एक से दो साल का वर्क एक्सपेरिंस भी मांगते है. ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग के लिए भारत में ये कोर्स और कॉलेज है...
डिप्लोमा / सर्टिफिकेट डिप्लोमा
- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा / सर्टिफिकेट डिप्लोमा
- मोटिव पावर टेक्निशियन में डिप्लोमा - ऑटोमोटिव (को-ऑप)
- मेकाट्रोनिक्स और एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा
- ग्रेजुएट सर्टिफिकेट इन इंडसट्रीयल ऑटोमेशन
- ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग में न्यूजीलैंड सर्टिफिकेट
बैचलर लेवल
- व्हीकल डायनमिक्स के डिजाइन और डेवलपमेंट में बैचलर्स प्रोग्राम
- मोटर वाहन टेक्नोलॉजी में एसोसिएट ऑफ अप्लाइड साइंस
- बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (ऑनर्स) ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग
- मोटरस्पोर्ट्स में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक)
- मोटरस्पोर्ट्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल इंजीनियरिंग के साथ (ऑनर्स) ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
मास्टर्स लेवल
- मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग - इंस्ट्रुमेंटेशन कंट्रोल एंड ऑटोमेशन इंजीनियरिंग
- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग
- सस्टेनेबल ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग में एमएससी
- ऑटोमोटिव सिस्टम्स इंजीनियरिंग एमएससी
- मास्टर ऑफ फिलॉसफी - ऑटोमोटिव इलेक्ट्रिक्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स
ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में जॉब स्कोप क्या है?
ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद आपके पास कई सारे करियर ऑप्शन उपलब्ध हो जाते है. आप मोटर डिज़ाइनर के तौर पर काम कर सकते है. इसके अलावा आप कार-बाइक के मैन्युफैक्चर डिपार्टमेंट में बतौर ऑटोमोबाइल इंजीनियर काम कर सकते है. इस कोर्स को करने के बाद आपके पास ये 9 करियर ऑप्शन होते है...
- ऑटोमोबाइल डिजाइनर
- कार का मैकेनिक
- बाइक मैकेनिक
- क्वालिटी इंजीनियर
- मैकेनिकल डिजाइन इंजीनियर
- डीजल मैकेनिक
- सीनियर प्रोडक्शन इंजीनियर
- ड्राइवर इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर
- ऑटोमोबाइल टेक्नीशियन