कई सारे बच्चे पढ़ाई में बहुत ब्रिलियंट होते है. तो कई सारे ऐसे भी होते है, जिनका ध्यान पढ़ाई में बहुत कम लगता है. लेकिन इन्हीं बच्चों में से कुछ बच्चे ऐसे भी होते है जिन्हें किसी खास सब्जेक्ट से डर लगता है.
जिससे वो उस सब्जेक्ट से दूर भागने लगते है. इसे सब्जेक्ट फोबिया कहा जाता है. ऐसे में जो बच्चे मैथ्स से डरते है या उनके काफी एफर्ट के बाद भी कम मार्क्स आते है. तो ऐसे में उन बच्चों को मैथ्स फोबिया का शिकार माना जाता है. अगर आपका भी बच्चा मैथ्स फोबिया का शिकार है या उसे भी मैथ्स से डर लगता है. तो आज हम आपको इस आर्टिकल में मैथ्स फोबिया को दूर करने के लिए कई सारे कामगार उपाय बताने जा रहे है. तो आइये उनके बारे में विस्तार से जानते है......
क्या है मैथ्स फोबिया के लक्षण?
मैथ्स से डर कर दूर भागना कोई सामान्य बात नहीं है. बल्कि ये मैथ्स फोबिया के कारण होता है. अक्सर आपके बच्चे मैथ्स का नाम सुनते ही परेशान हो जाते है. ऐसे बच्चों के अंदर आत्मविश्वास की कमी देखी जाती है. जिसके कारण उन्हें मैथ्स से और अधिक डर लगने लगता है. मैथ्स फोबिया के ये चार लक्षण होते है. जिनसे आप इसकी पहचान कर सकते है. जैसे बच्चों में घबराहट, खुदको कमजोर समझना, आत्मविश्वास की कमी होना और चौथा मैथ्स के सवाल देखते ही दिमाग काम करना बंद कर देना यानी एकदम निष्क्रिय हो जाना.
मैथ्स फोबिया को दूर करने के उपाय
मैथ्स फोबिया को दूर करने के लिए और अपने बच्चों में से मैथ्स का डर दूर करने के लिए आपको ये टिप्स अपनाने चाहिए. इससे उनका मैथ्स ठीक हो जायेगा और उनका मैथ्स फोबिया निकल जायेगा.
बेसिक कंसेप्ट क्लियर हो
मैथ्स आने के लिए जरुरी है कि बच्चों का बेसिक ज्ञान मैथ्स में क्लियर हो. इसलिए शुरूआती कक्षाओं में इसका विशेष तौर पर ध्यान दीजिए कि आपके बच्चे का बेसिक क्लियर हो.
समझ में ना आने दुबारा पूछें
कई बार बच्चों को मैथ्स के कुछ कॉन्सेप्ट्स और सवाल समझ में नहीं आते है. लेकिन वो अक्सर टीचर की डर की वजह से उसे पूछने से बचते है. जिससे उनको वो चीज समझ में नहीं आती है. इसलिए सबसे जरुरी है कि अगर मैथ्स में कुछ समझ में नहीं आ रहा है. तो उसे बार-बार पूछकर समझ लेना चाहिए.
आसान सवालों को पहले करें
कुछ लोग कठिन सवालों को पहले करते है. जिससे उनको चीजे समझ नहीं आती और वो परेशान हो जाते है. इसलिए आप ये आदत डालें की सबसे आसान सवाल पहले करें.
मैथ्स की प्रैक्टिस करें, रटें नहीं
कई सारे बच्चे मैथ्स को अन्य सब्जेक्ट्स की तरह रटे लेते है. लेकिन आपको बता दे कि मैथ्स प्रैक्टिस का सब्जेक्ट है. जितनी अधिक प्रैक्टिस होगी आपका मार्क्स उतना अच्छा आएगा.