JEE Main का एग्जाम इंडिया की मुश्किल परीक्षाओं में से एक माना जाता है. JEE Main का पेपर हर को छात्र दे सकता है. जिसने 10+2 में साइंस साइड के साथ मैथ्स पढ़ी हो.
JEE Main का एग्जाम क्लियर करने वाले लोगों को इंडियन के टॉप IIT और NIT कॉलेजेज में उनको इंजीनियरिंग में एडमिशन मिलता है. ऐसे में बहुत सारे लोग JEE Main का एग्जाम क्रैक करने के लिए दिन-रात पढ़ाई करते है. लेकिन कई सारे बच्चे ऐसे भी होते है जो JEE Main का एग्जाम क्रैक नहीं कर पाते है. इसलिए आज हम आपको JEE Main का एग्जाम क्रैक करने के लिए 5 आसान टिप्स के बारे में बताने जा रहे है. जिसका इस्तेमाल करके आप अच्छे मार्क्स JEE Main के एग्जाम में स्कोर कर सकते है...
तीनों विषयों की तैयारी करें
कई सारे बच्चे JEE Main के पेपर में किसी दो पेपर पर ही ज्यादा फोकस करते है. जबकि कोई एक सब्जेक्ट छोड़ देते है. जिसकी वजह से वो एग्जाम में सिर्फ दो ही सब्जेक्ट्स में अच्छा स्कोर कर पाते है. जबकि एक सब्जेक्ट में उनका स्कोर कम रह जाता है. जो ओवरऑल रिजल्ट को काफी प्रभावित होते है. इसलिए जरुरी है कि आप तैयारी के समय तीनों सब्जेक्ट्स पर फोकस रहें.
रिवीजन करते रहें
अक्सर लोग के मार्क्स JEE Main में कम रह जाते है क्योंकि पेपर से पहले बच्चे रिवीजन नहीं करते है. JEE Main के एग्जाम में मैथ्स, फिजिक्स और केमिस्ट्री तीनों से क्वेश्चन आते है. इसलिए तीनों सब्जेक्ट्स में बेहतरीन पकड़ होने के साथ-साथ उनका रिवीजन भी आपको करते रहना होगा. तभी अच्छे मार्क्स आएंगे.
मॉक टेस्ट बेस्ट तरीका है
अगर आप JEE Main में अच्छा रैंक लाना चाहते है. तो आपको समय-समय पर कई सारे मॉक टेस्ट को देना चाहिए. ये मॉक टेस्ट JEE Main के ही एग्जाम पैटर्न पर होते है. इसे देने से आपको अपनी तैयारी में क्या कमी है? किस पोरशन पर ज्यादा ध्यान देना है? इन सभी जानकारी मिलती है.
प्रीवियस ईयर के पेपर देख ले
एग्जाम में जाने से पहले अगर आप पिछले साल के JEE Main के पेपर करके जाते है. तो आपको इससे काफी मदद मिलती है. इससे आपको एग्जाम का पैटर्न और उसमें पूछे जाने वाले सवालों के तरीकों के बारे में जानकारी मिलती है. इसलिए आप JEE Main की तैयारी में प्रीवियस ईयर के पेपर जरूर सॉल्व करें.
पॉजिटिव थिंकिंग
कई सारे बच्चे JEE Main के सिलेबस को देखकर घबरा जाते है. जिसे उनके उनको एग्जाम फोबिया हो जाता है. ऐसे में बहुत जरुरी है कि आप सिलेबस से डरे नहीं. साथ ही अपने अंदर किसी भी प्रकार की नकारात्मकता और प्रेशर न रखें.