एक जंगल में एक बहुत ही अजीब चिड़िया रहती थी. उसके दो सिर थे. सारे पंक्षी उससे दूर रहते थे, वो उसे पसंद नहीं करते थे.
फिर भी वो उसी जंगल में रहती थी, एक दिन वो खाने की तलाश में बहुत दूर चली गयी. दूर उसे एक सेब मिला वह बहुत खुश हुई और फल को बड़े ही चाव से खाने लगा.
लेकिन अब उसके लिए समस्या थी क्योंकि उसके दोनों सिर आपस में लड़ने लगे. एक न कहा पहले मैं खाऊँगी तो दूसरे ने कहा नहीं मैं खाऊँगी. इस बात को लेकर दोनों में लड़ाई हो गई और बायां सिर जीत गया और पूरा सेब खा गया.अगले दिन फिर से चिड़िया भोजन की तलाश में जंगल में उड़ रही थी. इस बार दांये मुँह को एक विचित्र सुनहरा फल दिखाई पड़ा और वह उसे खाने के लिए मचल उठा. जैसे ही वह फल खाने को हुआ, पास ही के पेड़ पर बैठे कौवे ने कहा कि वह फल अत्यंत विषैला है, उसे मत खाओ.
कौवे की बात सुनकर बांया मुँह भी चौंका और उसने भी दांये मुँह को चेताया. किंतु दांया मुँह बदले की भावना से भरा हुआ था.दांये मुँह के फल खाते ही चिड़िया मर गई.