बारहवीं में जो स्टूडेंट्स साइंस स्ट्रीम में बायोलॉजी लेकर अपनी पढ़ाई कम्पलीट करते हैं. उनके पास मेडिकल साइंस में शानदार करियर बनाने का अवसर मौजूद रहता है. भारत में डॉक्टर बनने के लिए आप कई सारे कोर्स कर सकते हैं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक बारहवीं के बाद मेडिकल साइंस में करियर के लिए आपके पास ये 10 शानदार कोर्सेज के विकल्प उपलब्ध होते हैं. जिनमें से किसी एक में एडमिशन लेकर आप अपना शानदार भविष्य इस फील्ड में बना सकते हैं. तो आइये इन कोर्सेज के बारे में विस्तार से जानते हैं.....
एमबीबीएस (MBBS)
भारत में एमबीबीएस करने के लिए आपको नीट का एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता हैं. इसके बाद आपका एडमिशन रैंक के अनुसार अच्छा कॉलेज मिलता है. इस कोर्स की पूरी अवधि 5.5 साल की होती हैं. जिसमें आपको मेडिकल साइंस के बारे में विस्तार से पढ़ाया जाता हैं.
बीडीएस (BDS)
बैचलर्स ऑफ़ डेंटल सर्जन का कोर्स करने के बाद आप ऑर्थोडॉन्टिस्ट या प्रोस्थोडॉन्टिस्ट के क्षेत्र में अपना शानदार करियर बना सकते हैं. बीडीएस का कोर्स वो लोग करना पसंद करते हैं जिन्हें दांतों का डॉक्टर बनना होता है. ये कोर्स 4.5 साल का होता हैं.
बीएचएमएस (BHMS)
इस कोर्स का पूरा नाम बैचलर्स ऑफ़ होम्योपैथिक एंड मेडीसिन सर्जरी है. इसमें आपको होम्योपैथिक दवाओं के बारे में पढ़ाया जाता हैं. इस कोर्स को करने के बाद आप मेडिसिन में एमडी हो सकते हैं.
बीएएमएस (BAMS)
बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी में आपको आयुर्वेदिक दवाओं और उससे मनुष्य की उपचार के बारे में बताया जाता हैं. भारत में आयुर्वेद बहुत प्राचीन समय से काफी ज्यादा सफल और चर्चा का विषय रहा हैं. ऐसे में आप अपना शानदार करियर इस कोर्स में बना सकते हैं.
बी फार्मा (B. Pharma)
बैचलर्स इन फार्मेसी, यानि बी फार्मा में आपको मेडिसन के बारे में बताया जाता हैं. जिसके बाद आप दवाइयों के जानकार हो जाते है. इससे आपके पास मेडिकल के फील्ड में कई सारे जॉब के अवसर खुले रहते हैं.
डी फार्मा (Diploma in Pharmacy)
डी फार्मा भी बी फार्मा की तरह ही है. बशर्ते इसमें आपको चार साल की डिग्री नहीं बल्कि 6 महीने या साल भर का डिप्लोमा मिल जाता है. इसको करने के बाद आपके पास भी दवाओं के बारे अच्छी जानकारी होती हैं.
फार्मेसी में स्नातक
आप बारहवीं के बाद फार्मेसी में ही अपना ग्रेजुएशन भी कर सकते है. इस कोर्स को आमतौर में बी फार्मा के नाम से जाना जाता है. ये चार साल का कोर्स होता है. जिसके बाद आपके पास कई सारे करियर ऑप्शन उपलब्ध होते है.
बीएससी नर्सिंग
बीएससी नर्सिंग के फील्ड में कई सारे शानदार करियर ऑप्शन है. बीएससी नर्सिंग में डिप्लोमा से लेकर सर्टिफिकेट और ग्रेजुएशन के कोर्स है. ग्रेजुएशन के लिए आपको बीएससी नर्सिंग करना होगा. साथ ही अगर आप डिप्लोमा करना चाहते है तो आपको ऑक्जिलरी नर्सिंग एंड मिडवाइफ (ANM) और जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफ (GNM) इन्हीं दो कोर्सेज में एडमिशन लेना होगा.
मास्टर्स इन पब्लिक हेल्थ
सार्वजनिक क्षेत्र में लोगों के स्वास्थ्य और उससे जुड़ी सेवाओं में योगदान देने के लिए ये दो साल का एक पीजी कोर्स बनाया गया है. जिसके अंदर आपको रिसर्च आधारति शिक्षा दी जाती है. इसका पूरा उद्देश्य आम लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर नये-नये तरीकों से उनके हेल्थ का ख्याल रखना. ये दो साल का कोर्स है जो सेमेस्टर के हिसाब से चलता है. इसमें आपको बीमारियों के बारे में बेहतर जानकारी देने के साथ-साथ आपको उसके निदान के बारे में भी बताया जाता है. ये कोर्स करने के बाद आपके पास हेल्थ के फील्ड में अच्छे करियर ऑप्शन होते है.
वेटरिनरी डॉक्टर्स
वेटरिनरी भी मेडिकल साइंस की ही एक शाखा है. जिसे आम भाषा में जानवरों का डॉक्टर कहा जाता है. इसमें आपको जानवरों से जुड़ी बीमारियों और उनके ट्रीटमेंट के बारे में विस्तार से पढ़ाया जाता है. इस फील्ड में ग्रेजुएट होने वाले लोगों को वेटरिनरी डॉक्टर कहते है.