होम्योपैथिक डॉक्टर शब्द से लगभग हर कोई परिचित हैं. यहां तक आप में से कई सारे लोगों ने कभी न कभी किसी न किसी होम्योपैथिक डॉक्टर से अपना इलाज जरूर कराया होगा.
मेडिकल साइंस में मेडिसीन और सर्जरी के फील्ड में एलोपैथ, होम्योपैथिक और आयुर्वेद ये तीन विकल्प होते हैं. इन्हीं के जरिए किसी भी बीमारी का सही से उपचार किया जा सकता हैं. ऐसे में होम्योपैथिक डॉक्टर की भी भूमिका लोगों का उपचार करने में काफी ज्यादा जरुरी हो जाती हैं. अगर आप भी होम्योपैथिक डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो आज हम आपको इस आर्टिकल में होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के जरुरी योग्यता और एडमिशन से संबंधित सारी जानकारी देने जा रहे हैं. जिसे जानने के बाद आप भी इस फील्ड में अपना शानदार करियर बना सकते हैं. तो आइये जानते हैं.......
12वीं होना चाहिए बायोलॉजी
होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के लिए बहुत जरुरी है कि आपने 12वीं बायोलॉजी विषय के साथ की हो. इसके बाद ही आप होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के लिए निर्धारित योग्यताओं का लाभ उठा सकते हैं. इसके बाद आपको नीट का एग्जाम क्लियर करना होगा. तब जा के आपका एडमिशन इस कोर्स में होता हैं.
होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के लिए आप ये कोर्सेज कर सकते हैं...
बीएचएमएस (BHMS)
इस कोर्स का पूरा नाम बैचलर्स ऑफ़ होम्योपैथिक एंड मेडीसिन सर्जरी है. इसमें आपको होम्योपैथिक दवाओं के बारे में पढ़ाया जाता हैं. इस कोर्स को करने के बाद आप मेडिसिन में एमडी हो सकते हैं.
डिप्लोमा इन होम्योपैथिक एंड मेडीसिन सर्जरी
बैचलर्स कोर्स के अलावा आप डिप्लोमा कौर भी करके होम्योपैथिक डॉक्टर बन सकते है. इसके लिए आपको डिप्लोमा इन होम्योपैथिक एंड मेडीसिन सर्जरी का कोर्स करना होगा. ये कोर्स 6 महीने से 1 साल तक के लिए होता हैं. इसमें आपको होम्योपैथिक दवाओं और उपचार के बारे में बताया जाता है. जिसे करने के बाद आपको होम्योपैथिक और इनका इस्तेमाल करने के बारे में जानकारी हो जाती है.
राजकीय होम्योपैथिक बोर्ड में रजिस्ट्रेशन कराये
बैचलर्स ऑफ़ होम्योपैथिक एंड मेडीसिन सर्जरी का कोर्स पूरा करने के बाद आपको राजकीय होम्योपैथिक बोर्ड में रजिस्ट्रेशन करना होता हैं. इसके बाद ही आपको बतौर होम्योपैथिक डॉक्टर काम करने और क्लिनिक खोलने का परमिशन मिलता है. बिना लाइसेंस के आप होम्योपैथिक डॉक्टर के तौर पर काम नहीं कर सकते है.