भारत में आज भी कई सारे कॉलेजेज में अधिक मात्रा में टीचर्स और प्रोफेसर्स की भारी कमी हैं. ऐसे में सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के कहने पर जल्दी से जल्दी इन सभी खाली पदों को भरने का काम शुरू कर दिया.
ऐसे में कई सारे लोगों के मन में ये सवाल होता है कि भारत में प्रोफेसर बनने के लिए क्या करना होता हैं? किस तरह से आप डिग्री कॉलेज में बतौर प्रोफेसर काम कर सकते हैं? साथ ही इसके लिए कौन सी योग्यता होनी चाहिए या एग्जाम क्लियर करना होता हैं? ऐसे ही अनेकों सवालों जवाब आज आपको इस आर्टिकल में मिलने वाला हैं. तो आइये इसे जानते हैं....
प्रोफेसर बनने के लिए एजुकेशनल क्वालिफिकेशन
इंडिया में अगर आप प्रोफेसर बनना चाहते हैं, तो आपको किसी भी फील्ड में मास्टर्स डिग्री रखनी अनिवार्य है. इसके बाद आपको UGC के द्वारा आयोजित UGC-NET की परीक्षा क्लियर करनी होगी. तभी जाकर आपको पीएचडी करने की अनुमति मिलती हैं. इस परीक्षा में बैठने के लिए आपको अपने मास्टर्स में कम से कम कुछ निर्धारित प्रतिशत लाना होगा.
सामान्य वर्ग वाले अभ्यर्थियों को UGC-NET के लिए 55 % मार्क्स जरुरी हैं
ओबीसी और एसटी/एससी वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 50% मार्क्स निर्धारित हैं.
साथ ही एक सबसे राहत की बात ये है कि इसके लिए किसी भी प्रकार की कोई अधिकतम उम्र सीमा तय नहीं की गई हैं. इसलिए कोई भी इंसान भारत में प्रोफेसर बनने के लिए UGC-NET क्लियर करने के बाद बतौर प्रोफेसर डिग्री कॉलेज में पढ़ा सकता हैं.
कॉलेज प्रोफेसर बनने के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं
भारत में प्रोफेसर बनने के लिए नेशनल और स्टेट लेवल पर कई सारी परीक्षा देनी होती है. इन परीक्षाओं में सफल होने के बाद ही आप प्रोफेसर के तौर पर काम कर सकते हैं.
UGC-NET (National Eligibility Test)
प्रोफेसर बनने के लिए जो सबसे पहला एग्जाम देना होता हैं. वो UGC-NET का होता है. इस टेस्ट के लिए आवेदन करने के बाद आपको नेशनल लेवल के इस एग्जाम को पास करना होगा. जिसके बाद से आप नेट क्वालिफाइड हो जायेंगे और बतौर प्रोफेसर किसी भी डिग्री कॉलेज में पढ़ाने के लिए योग्य भी माने जायेंगे.
GATE(Graduate Aptitude Test in Engineering)
अगर आप किसी इंजीनियरिंग कॉलेज में बतौर प्रोफेसर पढ़ाना चाहते हैं. तो इसके लिए आपको UGC-NET नहीं बल्कि GATE का एग्जाम क्लियर करना होता है. तभी जाकर आप इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाने के लिए योग्य माने जाते हैं.
स्लेट(State Level Eligibility Test)
नेट की ही तरह स्लेट का भी एग्जाम होता है. जोकि स्टेट लेवल पर आयोजित होती हैं. जो अलग-अलग राज्य में वहां की एजुकेशन बोर्ड कराती है. इसको क्लियर करने वाले लोगों को स्टेट के किसी भी यूनिवर्सिटी में पढ़ाने के लिए अनुमति मिल जाती हैं.