जानिए रामायण में कुर्सी पर बैठे हनुमान जी को दूर आसमान में कैसे उड़ाया जाता था? कैसे होती थी शूटिंग?
- Anurag Shukla |
- 27 Oct 2021
रामानंद सागर की रामायण ने टीवी पर खूब लोकप्रियता हासिल की थी. जब रामायण दूरदर्शन पर प्रसारित होता था. तब लोग अपना सारा काम छोड़कर इसे देखने बैठ जाते थे.
लोगों रामायण के इन सभी पात्रों को सबसे ज्यादा प्यार और सम्मान दिया. पिछले साल लॉकडाउन में एक बार फिर से रामायण का टेलीकास्ट दूरदर्शन पर किया गया था. जिसके बाद इसको और ज्यादा लोकप्रियता मिली थी. सोशल मीडिया पर रामायण की ही चर्चाएं होने लगी थी. इसी बीच रामायण सीरियल की शूटिंग से संबंधित कई सारे राज इतने सालों बाद दर्शकों के सामने आये. जिसमें से एक खास घटना शो में हनुमान जी के सीन को लेकर भी हैं. जिसे एक्टर सुनील लहरी ने खुद ही बताया. सुनील ने रामायण में लक्ष्मण का रोल निभाया था. जिसे लोगों के काफी पसंद किया था. तो आइये जानते हैं हनुमान जी की शूटिंग से जुड़ा ये दिलचस्प किस्सा....
हवा में उड़ते और राम और लक्ष्मण को कंधे पर बिठाने जैसे सीन थे मजेदार
रामायण में कई जगह आपको हनुमान जी बादलों में उड़ते हुए दिखाई दिए होंगे. तो वहीं एक सीन ऐसे भी था जिसमें हनुमान जी राम और लक्ष्मण दोनों को अपने कंधे पर बिठाकर आकाश में उड़ रहे थे. इस प्रकार के कई सारे सीन की वजह से लोगों ये शो और भी अच्छा लगता था. सुनील लहरी के अनुसार इन दोनों सीन को शूट करने में काफी मजा आया था. खासकर वो कंधे पर बैठने वाला सीन सबसे जबरदस्त था.
ऐसे शूट होता था हनुमान जी के उड़ने का सीन
रामायण का ये खास और यादगार सीन जिसमें दारा सिंह जी हनुमान की भूमिका में, 'अरुण गोविल यानी राम और सुनील लहरी अक्का लक्ष्मण को लेकर आकाश में उड़ रहे थे.' इस सीन को देखकर दर्शकों को काफी आनंद आया था. लेकिन इस सीन को शूट करने का वाक्या और भी दिलचस्प है. इस सीन को नार्मल सीन की तरह शूट किया गया था. जिसे बाद में क्रोमा-की और वर्चुअल इफेक्ट्स के मदद से एडिट कर दिया गया था. जिससे देखने वाले लोगों को लगता था कि सच में हनुमान जी ने अपने कंधे पर राम और लक्ष्मण को बिठाया हैं.
स्टूल पर खड़े थे दारा सिंह
इस सीन को शूट करते समय दारा सिंह को स्टूल पर खड़ा किया जाता था. ताकि बाद में इस सीन को स्पेशल इफेक्ट्स के साथ जोड़ कर आसमान उड़ते हुए हनुमान जी को दिखाया जा सके. कंधे वाले सीन के लिए दारा सिंह को सबसे ऊँचे स्टूल पर खड़ा किया गया था. जबकि राम और लक्ष्मण को कम ऊंचाई वाली दो और स्टूल्स पर बिठाया गया था. बाद में इसी सीन को एडिट करके नया रूप दे दिया गया था.
रामायण के डायरेक्टर रामानंद सागर ने भी किया था इसमें एक्टिंग
रामायण से जुड़ा एक किस्सा और भी है कि इसके लेखक और निर्देशक रामानंद सागर ने भी इसमें एक बहुत ही अहम् किरदार निभाया था. जिसके बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी हैं. रामानंद सागर ने रामायण में एक देवता की भूमिका में नजर आये थे.
धनुष भंग और सीता हरण का सीन लुंगी में ही समझाया था रामानंद ने
रामानंद सागर को निर्देशन के क्षेत्र में रामायण के बाद काफी लोकप्रियता हासिल हुई थी. वो सेट पर ही सारे दृश्य लिखते और उसे अपनी मौजूदगी में अच्छे से शूट भी करवाते थे. इसी कड़ी में कई बार रामानंद सागर ने सेट पर सीन के रिहर्सल भी किये थे. जिसमें धनुष भंग से लेकर सीता हरण तक की घटना शामिल थी.
रामानंद 'रामायण' की वजह से 10 साल तक काटते रहे कोर्ट की चक्कर
रामायण से जुड़ा हुआ ये भी किस्सा बहुत मशहूर है कि कैसे रामानंद सागर ने 10 साल तक कोर्ट केस लड़ा था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रामानंद सागर रामायण को सिर्फ भगवान राम की कहानी तक ही सीमित रखना चाहते थे. लेकिन दर्शकों ने डिमांड थी कि, वो लव-कुश की कहानी भी दिखाए. लेकिन रामानंद ने कहा कि अगर वो लव-कुश की कहानी दिखाएंगे तो ये काल्पनिक होगी. जिसे वो नहीं बनाना चाहते. इसलिए उनको कोर्ट केस भी लड़ना पड़ा था.
पैंट और शर्ट में धनुष उठाने का सीन
रामायण में राम द्वारा धनुष भंग करने की घटना काफी अहम थी. जिसके लिए रामानंद सागर ने खुद इस सीन को करके राम यानी अरुण गोविल को दिखाया था. नीचे की तस्वीर में रामानंद सागर स्वयं धनुष को उठाते हुए दिखाई दे रहे हैं. जिसमें उन्होंने पैंट और शर्ट पहन रखी हैं.
सीता हरण का सीन लुंगी में ही समझा दिया रावण को
रामायण में ऐसे ही सीता हरण का सीन भी काफी पसंद किया गया था. जिसमें स्वर्गीय अमित त्रिवेदी ने रावण की भूमिका निभाई थी. तो वहीं दीपिका चिखलिया ने माँ सीता का रोल किया था. इस सीन को समझाने के लिए रामानंद ने लुंगी में ही सेट पर चले गए थे. जहां पर उन्होंने रावण को सीता हरण का सारा सीन समझाया था.