अभिनेता से नेता बन गए हैं भोजपुरी के ये सुपरस्टार्स, मनोज तिवारी से लेकर निरहुआ तक का हैं नाम

From Manoj Tiwari To Nirahua These Bhojpuri Superstars Become A Politician

भोजपुरी सिनेमा की पहुँच और लोकप्रियता आज भारत के घर-घर तक हो गयी हैं. बच्चा-बच्चा भोजपुरी सुपरस्टार्स जैसे मनोज तिवारी, रविकिशन, पवन सिंह, खेसारी लाल यादव और निरहुआ का फैन हो गया है. 

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मगर बॉलीवुड सुपरस्टार्स की तरह भोजपुरी सिनेमा के ये जाने-माने अभिनेता भी भारतीय राजनीति अछूते नहीं रहे. उन्होंने ने भी अपना हाथ राजनीति में आजमाया और कइयों ने तो सफलता भी हासिल की. आज हम आपको भोजपुरी के उन सुपरस्टार्स के बारे में बताने जा रहे हैं. जिन्होंने राजनीति का दामन थाम कर अभिनेता से नेता बन गए. 

रविकिशन 

रविकिशन भोजपुरी के सुपरस्टार हैं. इन्होंने भोजपुरी के साथ-साथ बॉलीवुड में अपना सिक्का चलाया है. रविकिशन का पूरा नाम रविंद्र श्याम नारायण शुक्ला है. रविकिशन ने फिल्मों में सफलता हासिल करने के बाद अपना हाथ राजनीति में भी आजमाया. रविकिशन भारतीय जनता पार्टी की तरफ से यूपी के गोरखपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद चुनकर आये हैं. 

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मनोज तिवारी 

मनोज तिवारी पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद हैं. इन्होंने दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष पद पर भी काम किया है. राजनीति के साथ-साथ मनोज तिवारी ने भोजपुरी सिनेमा और संगीत में भी अपना अलग मुकाम हासिल किया है. 

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कुणाल सिंह 

भोजपुरी फिल्मों के अमिताभ बच्चन कहे जाने वाले कुणाल सिंह का भी नाम इस लिस्ट में शामिल हैं. कुणाल सिंह पिछले 40 सालों से भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में राज कर रहे हैं. इन्होंने भोजपुरी फिल्मों में मुख्य नायक की भूमिका से लेकर मेन खलनायक तक हर रोल में काम किया है. साथ ही कुणाल सिंह ने अपनी किस्मत राजनीति में भी आजमाई थी. लेकिन उन्हें जीत हासिल नहीं हुई थी. उन्होंने बिहार के लोकसभा इलेक्शन में कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ा था. 

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दिनेश लाल यादव 

दिनेश लाल यादव की फैन-फॉलोविंग इतनी हैं कि लोग इन्हें प्यार से निरहुआ के नाम से जानते हैं. दिनेश लाल यादव ने भोजपुरी सिनेमा में कई सारे सुपरहिट फिल्मों में सफलता पूर्वक काम किया. इनकी लोकप्रियता देश के कई हिस्सों तक फैली हुई है. निरहुआ ने भी साल 2017 के यूपी विधानसभा इलेक्शन में बीजेपी का दामन थाम कर इलेक्शन लड़ा था. लेकिन उन्हें आजमगढ़ विधानसभा क्षेत्र में अखिलेश यादव मात मिली थी. बीजेपी से पहले दिनेश लाल यादव ने सपा से भी चुनाव लड़ा था. लेकिन नतीजा उनके पक्ष में नहीं आया था. जिसके बाद उन्होंने सपा छोड़ दी थी.