चाय पीने की लत से लेकर कोमा में पहुंचने तक कुछ इस तरह बीती थी गब्बर यानी अमजद खान की जिंदगी
- Anurag Shukla |
- 15 Nov 2021
बॉलीवुड इंडस्ट्री के इतिहास में अमजद खान का नाम हमेशा गर्व से लिया जायेगा. उन्होंने अपने करियर में सकारात्मक रोल से लेकर मुख्य खलनायक तक की भूमिका में काम किया.
फिल्म शोले में मशहूर डाकू गब्बर सिंह के किरदार को अमजद खान ने हमेशा-हमेशा के लिए अमर कर दिया. साल 1975 में आयी फिल्म शोले सिल्वर जुबली हिट फिल्म थी. इसमें अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, संजीव कुमार, ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी और ए के हंगल जैसे कलाकार शामिल थे. इस फिल्म में अमिताभ और धर्मेंद्र से ज्यादा लोकप्रियता अमजद खान को उनके नेगेटिव किरदार गब्बर सिंह के लिए मिला. उनका डायलॉग, 'यहां से पचास-पचास कोस जब बच्चा रोता है, तो माँ कहती है, बेटा सो जा वरना गब्बर आ जाएगा' आज भी मशहूर है. आज हम आपको अमजद खान के जीन से जुड़े कुछ बेहतरीन और दिलचस्प किस्सों के बारे में बताने जा रहे हैं...
कम उम्र से ही आ गए थे फिल्मों में
अमजद खान का जन्म एक फिल्मी परिवार में हुआ था. इनके पिता एक एक्टर थे. महज 11 साल की ही उम्र में ही इन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्म नाजनीन में काम किया था. इसके बाद 17 साल की उम्र में अमजद खान ने अपने पिता के साथ अब दिल्ली दूर नहीं में काम किया. इनको सबसे ज्यादा लोकप्रियता शोले के गब्बर सिंह का किरदार करने के बाद मिला.
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शोले की सेट पर पी जाते थे 80 कप चाय
फिल्म शोले के शूट के दौरान कई सारे दिलचस्प किस्से मौजूद है. इसमें से सबसे हैरान करने वाला किस्सा ये हैं कि फिल्म में गब्बर का रोल करने वाले अमजद खान, सेट पर 80 कप चाय पी जाते थे. बताया जाता है कि उस समय अमजद खान को चाय की लत लग गयी थी. जिसकी वजह से वो हर रोज 80 कप चाय पी जाते थे. इसके अलावा एक बार इनके लिए पृथ्वी थिएटर के बाहर दो भैंसे बाँध दी गयी थी. आलस में उन दिनों अमजद खान थिएटर से भी जुड़े हुए थे. नतीजन वहां पर इनके चाय की डिमांड पृथ्वी थिएटर के कैंटीन के द्वारा पूरा नहीं हो पाता था. जिसके कारण उन्हें टाइम पर चाय नहीं मिलती थी क्योंकि कैंटीन में चाय के लिए दूध बहुत दूर से आते थे. इस वजह से अमजद खान ने खुद कैंटीन के बाहर दो भैंसें बंधवा दी थी. जिससे उन्हें टाइम पर चाय मिलती रहे.
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गब्बर का ये आइकोनिक रोल ऐसे मिला इन्हें
गब्बर का रोल हिंदी सिनेमा का सबसे आइकोनिक रोल माना जाता है. जिसे अमजद खान ने बखूबी निभाया और अपना नाम इंडस्ट्री में अमर कर गए. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि गब्बर का ये आइकोनिक रोल पहले मशहूर अभिनता डैनी डेन्जोंपा को ऑफर किया गया था. जिसे डेट न होने की वजह से डैनी ने करने से मना कर दिया था. इसके बाद ये रोल अमजद खान की झोली में आया. जिसके बाद गब्बर सिंह के रूप में सिर्फ अमजद खान को ही जाना गया.
एक्सीडेंट के बाद चले गए थे कोमा में
अमजद खान जब साल 1986 फिल्म 'दि ग्रेट गैम्बलर' की शूटिंग की लिए गोवा जा रहे थे. तब इनका भयंकर एक्सीडेंट हो गया था. जिसके कारण इनकी 13 पसलियां टूट गयी थी. इनके कार की स्टेरिंग इनके पेट में घुस गयी थी. इससे ये कुछ दिनों तक कोमा में रहे. कोमा से वापस लौटने के बाद वो कई महीनों तक व्हीलचेयर पर थे. जिसके कारण इनका वजन भी काफी बढ़ गया था. महज 52 की उम्र में साल 1994 में इनका देहांत हो गया.