बॉलीवुड में एक से बढ़कर एक बेहतरीन सुपरस्टार हुए हैं. जिन्होंने अपनी एक्टिंग और स्क्रीन प्रेजेंस से दर्शकों को अपना दीवाना बना लिया. लेकिन इस इंडस्ट्री में कुछ ऐसे सहकलाकार और कॉमेडियन एक्टर भी हुए हैं.
जिन्होंने जनता को अपने छोटे-छोटे किरदारों से काफी ज्यादा हास्या, तो कभी उनका ध्यान आकर्षित किया. ऐसे ही एक बेहतरीन कलाकार जगदीप भी थे. जिनका पिछले साल 81 साल की उम्र में निधन हो गया. जगदीप को लोग फिल्म शोले में उनके आइकोनिक रोल सुरमा भोपाली के नाम से ज्यादा जानते हैं. जगदीप ने बहुत ही कम उम्र से ही इंडस्ट्री में अपना करियर बतौर बाल कलाकार शुरू किया था. जगदीप की कॉमिक टाइमिंग को लोगों ने काफी पसंद किया. इनकी लोकप्रियता और अभिनय ने हर किसी को अपना दीवाना बना दिया था. यहां तक तक्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने इनकी एक्टिंग से प्रसन्न होकर अपने हाथ की घड़ी तक इनको गिफ्ट में दे दी थी. आज हम आपको इसी अनोखे किस्से के बारे में आपको बताने जा रहे हैं....
पहली फिल्म के लिए मिले थे इन्हें 10 रुपए
बतौर बाल कलाकार इन्हें इनकी पहली फिल्म के लिए 10 रुपए मिले थे. 60 के दशक में बनी फिल्म अफ़साना में इन्होने उर्दू बोलने वाले बच्चे का रोल किया था. इसके बाद इनका फिल्मी सफर तेजी से आगे बढ़ा. अपनी तीसरी ही फिल्म में इन्होने महान अभिनेता दिलीप कुमार के साथ काम करने का मौका हासिल किया.
इस फिल्म से खुश होकर नेहरू ने दी थी घड़ी
दिन प्रतिदिन इनकी लोक्रप्रियता बढ़ती जा रही थी. लोगों को जगदीप का अभिनय काफी पसंद आ रहा था. उन्होंने कई सारी बड़ी फिल्मों में अपने लिए अच्छी जगह बना ली थी. इस बीच आयी फिल्म 'हम पंछी एक डाल के' में इनकी एक्टिंग की काफी तारीफ हुई. यहां तक की नेहरू को भी इनकी एक्टिंग इस फिल्म में काफी अच्छी लगी थी. इनके काम से प्रभावित होकर मद्रास में ही नेहरू ने अपने हाथ की घड़ी उतार को जगदीप को दे दी थी.
सुरमा भोपाली से मिली घर-घर पहचान
साल 1975 में आयी फिल्म सिल्वर जुबली हिट थी. उसमें डाकू गब्बर सिंह के बाद सबसे ज्यादा चर्चित सुरमा भोपाली का किरदार था. जिसे जगदीप ने ही निभाया था. सुरमा भोपाली के रूप में लोगों ने इनकी एक्टिंग काफी पसंद की जिसके बाद लोग इन्हें इसी नाम से ही बुलाना शुरू कर दिया था. सुरमा भोपाली ने जगदीप को घर-घर में फेमस कर दिया था.