सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय' (7 मार्च, 1911 - 4 अप्रैल, 1987)
सच्चिदानंद हीरानन्द वात्स्यायन अज्ञेय हिंदी साहित्य में नई कवितों के जनक माने जाते हैं. उन्होंने तारसप्तक का आरंभ किया जिसमें हिंदी की नई कविता लिखने वाले सात कवियों का एक समूह था. जिसमें अज्ञेय के साथ गजानन माधव मुक्तिबोध, नेमिचन्द्र जैन, भारतभूषण अग्रवाल, प्रभाकर माचवे, गिरिजाकुमार माथुर और रामविलास शर्मा शामिल थे.
तारसप्तक के तीन संकलनों के संपादक अज्ञेय जी रहे और चौथे संस्करण को नामवर सिंह ने निकाला था. अज्ञेय बहुमखी प्रतिभा के धनी थे. उन्होंने न सिर्फ कवितायेँ लिखी बल्कि उन्होंने हिंदी साहित्य की अन्य विधाओं में भी अपना एक अद्भुत छाप छोड़ा हैं. इन्होंने यात्रा वृत, कहानी, जीवनी और उपन्यास भी बहुत ही बेहतरीन ढ़ंग से लिखा.
हिंदी साहित्य के एक ऐसे लेख जिन्होंने छायावादोत्तर नयी कवितों के लिए प्राण स्रोत का काम किया. इनके यात्रा वृतांत इतने सजीव हैं की इन्हें पढ़ने वाला उसका प्रत्यक्ष दर्शन करने को उतावला हो जाये.
इनका जन्म 7 मार्च 1911 को पंजाब के करतारपुर में हुआ था. इनके पिता हीरानंद शास्त्री एक आर्कोलॉजिस्ट यानि पुरातत्व विद्वान् थे. इनका बचपन भारत के विभिन्न प्रांतों में व्यतीत हुआ. ये लखनऊ, जम्मू-कश्मीर, बिहार और मद्रास में रहे. अज्ञेय प्रयोगवाद एवं नई कविता को साहित्य जगत में प्रतिष्ठित करने वाले कवि हैं. इनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा पिता की देख रेख में घर पर ही संस्कृत, फारसी, अंग्रेजी और बांग्ला भाषा व साहित्य के अध्ययन के साथ हुई.
इन्होंने अपनी कविता हिरोशिमा में जापान पर सन 1945 में हुए परमाणु बम अटैक को कुछ इस तरह व्यक्त किया है.
एक दिन सहसा
सूरज निकला
अरे क्षितिज पर नहीं,
नगर के चौक :
धूप बरसी
पर अंतरिक्ष से नहीं,
फटी मिट्टी से.
अज्ञेय जी ने अनेक जापानी हाइकु कविताओं को अनूदित किया और अज्ञेय जी ने दिनमान साप्ताहिक, नवभारत टाइम्स, अंग्रेजी पत्र वाक् और एवरीमैंस जैसी प्रसिद्ध पत्र-पत्रिकाओं का संपादन किया.
दिल्ली में 4 अप्रैल 1987 को उनकी मृत्यु हो गई .
कविता संग्रह:
- भग्नदूत 1933,
- चिन्ता 1942,
- इत्यलम्1946,
- हरी घास पर क्षण भर 1949,
- बावरा अहेरी 1954,
- इन्द्रधनुष रौंदे हुये ये 1957,
- अरी ओ करुणा प्रभामय 1959,
- आँगन के पार द्वार 1961,
- कितनी नावों में कितनी बार (1967),
- क्योंकि मैं उसे जानता हूँ (1970),
- सागर मुद्रा (1970),
- पहले मैं सन्नाटा बुनता हूँ (1974),
- महावृक्ष के नीचे (1977),
- नदी की बाँक पर छाया (1981),
- प्रिज़न डेज़ एण्ड अदर पोयम्स (अंग्रेजी में,1946)।
कहानियाँ:
- विपथगा 1937,
- परम्परा 1944,
- कोठरी की बात 1945,
- शरणार्थी 1948,
- जयदोल 1951
उपन्यास:
- शेखर एक जीवनी- प्रथम भाग(उत्थान)1941,
- द्वितीय भाग(संघर्ष)1944,
- नदी के द्वीप 1951,
- अपने अपने अजनबी 1961
यात्रा वृतान्त:
- अरे यायावर रहेगा याद? 1943,
- एक बूँद सहसा उछली 1960।
- निबंध संग्रह :
- सबरंग, त्रिशंकु,
- आत्मनेपद,
पुरस्कार/सम्मान:
- साहित्य अकादमी
- भारतीय ज्ञानपीठ