बॉलीवुड के जाने माने सफल अभिनेता, और इंडियन नेशनल कोंग्रेस के बेहतरीन नेता एक्टर सुनील दत्त हिंदी सिनेमा के बेहतरीन एक्टर थे.
इनका जन्म 6 जून 1929 को पाकिस्तान में हुआ था. इनके पिता रघुनाथ दत्त का देहांत इनके बचपन में ही हो गया था और पार्टीशन के बाद ये अपनी माँ कुलवंती देवी दत्त के साथ भारत आ गए. इन्होंने कुछ वक़्त लखनऊ के अमीनाबाद इलाके में गुज़ारा और इसके बाद मुंबई आ गए. जहाँ पर इन्होंने जय हिन्द कॉलेज से ग्रेजुएशन की और इसके बाद मुंबई ट्रांसपोर्ट सर्विस में क्लर्क की नौकरी करने लगे.
इनके बचपन का नाम बलराज दत्त था और बाद में इन्हें पूरी दुनिया ने सुनील दत्त के नाम से जाना.
फ़िल्मी करियर और पॉलिटक्स
अपने शुरूआती दौर में इन्होंने रेडियो सीलोन में एक RJ के तौर पर काम किया और इसके बाद इन्होंने फ़िल्मों की तरफ रुख़ किया.
साल 1955 में डायरेक्टर रमेश सैगल ने इन्हें 'रेलवे प्लेटफार्म' नाम की फ़िल्म में काम दिया. साल 1953 में पहली बार दत्त साहब की मुलाक़ात रमेश सैगल से हुई थी,जब ये दिलीप कुमार की शिक़स्त मूवी को रेडियो शो में होस्ट कर रहे थे. सैगल जी को इनकी आवाज़ और पर्सनालिटी बहुत अच्छी लगी और इन्हें अपने अगली फ़िल्म में कास्ट करने के लिए कह दिया.
रमेश सैगल ने ही इनका नाम बलराज दत्त से सुनील दत्त रखा क्योंकि उस समय के मशहूर अभिनेता बलराज साहनी से इनका नाम बहुत सिमिलर था और ये बलराज दत्त से सुनील दत्त बने.
इनको सबसे ज़्यादा लोकप्रियता साल 1957 में आई फ़िल्म मदर इंडिया से मिली, जहाँ पर नरगिस ने इनके माँ की भूमिका निभाई थी. इस फ़िल्म में बिरजू के नाम से इनका किरदार बहुत फेमस हुआ और आगे चलकर इन्होंने नरगिस से शादी कर ली.
एक क़िस्सा ये भी हैं की मदर इंडिया के सेट पर अचानक बहुत भयंकर आग लग गयी थी और उस समय इन्होंने नरगिस की जान बचाई थी.
इसके बाद दत्त साहब ने कई सारे सुपरहिट फ़िल्मों में काम किया. जैसे Sadhna (1958), Insan Jaag Utha (1959), Sujata (1959), Mujhe Jeene Do (1963), Khandan (1965), Mera Saaya (1966) और Padosan (1967). सुनील दत्त ने हर तरह के रोल को बख़ूबी निभाया फिर चाहे वो रोमांटिक हो, कॉमेडी हो या फिर सीरियस.
साल 1997 में ये पॉलिटक्स में आ गए और कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की और मनमोहन सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थे. इन्हें Minister of Youth Affairs and Sports दिया गया था.
अपने 76वें जन्म दिन के दो हफ़्ता पहले ही 25 May 2005 को मुंबई बांद्रा में इनका निधन हो गया.