बॉलीवुड का सबसे मशहूर विलेन गब्बर सिंह की कहानी

Gabbar Singh Actor Amjad Khan Story

'कितने आदमी थे?' ये डायलाग शायद ही कोई भूल सकता हैं. बॉलीवुड के सिनेमा के महान एक्टर और सबसे दमदार विलेन जिन्हें पूरी दुनिया गब्बर सिंह के नाम से जानता हैं. अमज़द ख़ान साहब ने अपने फ़िल्मी करियर में 130 से ज़्यादा हिंदी फ़िल्मों में मुख्य भूमिका में काम किया था. अमज़द ख़ान ने 20 साल के लम्बे सफ़र में हर एक रोल में सिल्वर स्क्रीन पर दिखाई दिए और साल 1975 में आई फ़िल्म शोले में गब्बर सिंह की भूमिका करने के बाद ये हिंदी सिनेमा जगत के मोस्ट आइकोनिक विलेन बन गए. 

Gabbar Singh Biography

जन्म, परिवार और एजुकेशन 

अमज़द ख़ान साहब का जन्म हिंदी सिनेमा के मशहूर एक्टर जयंत के घर 12 नवंबर सन 1940 में बॉम्बे में हुआ था. इनके दोनों भाई इम्तिआज़ ख़ान और इनायत ख़ान भी एक्टर थे. अमज़द ख़ान ने St. Andrew's High School इन बांद्रा से अपनी पढ़ाई शुरू की उसके बाद इन्होंने R D National College से पढ़ाई पूरी की. 


फ़िल्मी करियर और गब्बर सिंह बनने की कहानी 

फ़िल्मों में आने से पहले अमज़द ख़ान थिएटर्स में काम करते थे, और साल 1951 महज़ 11 साल की उम्र में ही फ़िल्म Nazneen में ये बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नज़र आये थे. इसके बाद जब ये 17 साल के हुए तब एक बार फिर Ab Dilli Dur Nahin  फ़िल्म में अपने वालिद जयंत के साथ काम किया. 

अमज़द ख़ान ने मशहूर फ़िल्म डायरेक्टर  K. Asif के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर भी काम किया. लेकिन आसिफ के इन्तेकाल के बाद  फ़िल्म बीच में ही अधूरी रह गई और ये 1986 में रिलीज़ हुई. साल 1973 में बनी फ़िल्म Hindustan Ki Kasam में ये एक छोटी सी भूमिका में नज़र आये. 

इसके बाद साल 1975 में आई फ़िल्म शोले में फ़िल्म के राइटर सलीम ख़ान ने अमज़द ख़ान को गब्बर सिंह के रोल के लिए अप्प्रोच किया और उन्होंने ये रोल एक्सेप्ट कर ली. यही इनके करियर का टर्निग पॉइंट था. अमज़द ख़ान ने रोल के तैयारी करने के लिए तरूण कुमार बहदुरी के द्वारा लिखी गई किताब ''Abhishapth Chambal'' को पढ़ना शुरू किया जो की चम्बल के विख्यात डकैतों के ऊपर लिखा गया था. 

फ़िल्म ब्लॉकबस्टर हिट साबित हुई और गब्बर सिंह का किरदार और उसके डायलाग लोगों के दिलों दिमाग में घर कर गए. गब्बर सिंह को इंडियन सिनेमा का प्योर ईविल की उपाधि से नवाज़ा गया और इसके बाद इन्हें ब्रिटानिया वालों ने अपना ब्रांड अम्बस्डर चुना और पहली बार कोई विलेन का किरदार निभाने वाला एक्टर ऐड शूट कर रहा था. 

इसके बाद अमज़द ख़ान ने कई सारे फ़िल्मों में नेगेटिव रोल में नज़र आने लगे. जैसे  Des Pardes, Nastik, Satte Pe Satta, Chambal Ki Kasam, Ganga Ki Saugandh, Hum Kisise Kum Nahin और  Naseeb. 

इनकी डिमांड उस समय के सुपर स्टार और फेमस विलेन अजित को भी टक्कर दे रही थी. 

विलेन के साथ साथ इन्होंने इमोशनल और पॉजिटिव रोल भी किया जैसे फ़िल्म Yaarana (1981), Laawaris (1981),  Rocky (1981) और Commander में. 

अमज़द ख़ान को हम कई सारी फ़िल्मों में बतौर कॉमेडियन भी देख सकते हैं जैसे,  Qurbani (1980), Love Story और Chameli Ki Shaadi (1986) में. 

अमज़द ख़ान साहब बॉलीवुड के एक ऐसे महान एक्टर थे जिन्होंने हर तरह के रोल में अपनई एक अलग छाप छोड़ी हैं. 

डेथ 

साल 1976 में जब वो मुंबई से गोवा फिल्म  The Great Gambler की शूटिंग के लिए जा रहे थे तब उनका बहुत बड़ा एक्सीडेंट हुआ था और उसकी वहज से कोमा में चले गए थे ल और डॉक्टर्स ने उन्हें मृत बता दिया था. लेकिन वो अचानक रिकवर हो गए जिससे सब हैरान हो गए थे. 

इस रिकवरी के दौरान मेडिसिन का नेगेटिव रिएक्शन हो गया और जिसकी वजह से उनका वेट बढ़ गया और और कई सालों बाद 1992 में 51 साल की उम्र में इनका निधन हो गया.