''ना तलवार की धार से, ना गोलियों की बौछार से, बंदा डरता हैं तो सिर्फ़ परवर दिगार से..'' इस तरह के बेहतरीन डायलाग के साथ सिल्वर स्क्रीन पर आंधी की तरह छा जाने वाले लेजेंड्री एक्टर राज कुमार हिंदी सिनेमा के एक दमदार एक्टर थे. राज कुमार साहब ने अपने फ़िल्मी करियर के चालीस सालों में 70 से ज्यादा फ़िल्मों में बतौर एक्टर काम किया. ये एक ऐसे एक्टर थे जिनकी भारी भरकम आवाज़ और बेहतरीन स्टाइल्स से सभी प्रभावित थे.
जन्म और परिवार
इनका जन्म 8 अक्टूबर 1926 को बलूचिस्तान में एक कश्मीरी पंडित परिवार में हुआ था. इनका असली नाम कुलभूषण पंडित था जिसे सारी दुनिया राज कुमार के नाम से जानती हैं. साल 1940 में ये मुंबई चले आये और यहां पर ये बतौर सुपरटेंडेंट ऑफ़ पुलिस काम किया. इसके बाद यही पर इनके कुछ दोस्तों के कहने पर इन्होंने फ़िल्मों की तरफ रुख़ किया.
फ़िल्मी करियर और पर्सनल लाइफ
राज कुमार साहब ने अपना फ़िल्मी करियर बहुत लेट से शुरू किया था लेकिन इन्होंने हिंदी सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बनाई. इनकी पहली फ़िल्म 1952 में आई रंगीला थी. इसके साथ इन्होंने कई सारे फ़िल्मों जैसे आबशार, घमंड और लाखों में एक में काम किया लेकिन इनको सबसे ज्यादा प्रसिद्धि Nausherwan-E-Adil फ़िल्म में काम करने के बाद मिला.
इसके बाद राज कुमार साहब ने एक से बढ़कर एक हिट फ़िल्मों में बेहतरीन काम किया और इनके डायलाग एवरग्रीन हो गए.
इनकी शादी हुई जेनिफर से जो एक एयर होस्टेज थी. इनके तीन बच्चें भी हुए. दो बेटे और एक बेटी.
डेथ और फ़िल्म्स
राज कुमार साहब को गले का कैंसर हो गया था और 3 जुलाई 1996 में इनका देहांत हो गया. राज कुमार साहब ने अपने लम्बे करियर में दिलीप कुमार से लेकर राजेश खन्ना और नए एक्टर्स जैसे नाना पाटेकर और गोविंदा के साथ फ़िल्में की. इनकी लास्ट फ़िल्म गॉड और गन साल 1995 में रिलीज़ हुई.
इनकी फ़िल्में इस प्रकार हैं....
- Mere Huzoor
- Neel Kamal
- Vaasna
- Heer Raanjha
- Lal Patthar
- Maryada
- Pakeezah
- Dil Ka Raaja
- Hindustan Ki Kasam
- 36 Ghante
- Ek Se Badhkar Ek
- Karmayogi
- Chambal Ki Kasam
- Bulundi
- Kudrat
- Dharam Kanta
- Ek Nai Paheli
- Raaj Tilak
- Sharara
- Itihaas
- Marte Dam Tak
- Muqaddar Ka Faisla
- Mohabbat Ke Dushman
- Saazish
- Mahaveera
- Desh Ke Dushman
- Jungbaaz
- Galiyon Ka Badshah
- Suryaa
- Saudagar
- Police Aur Mujrim
- Insaniyat Ke Devta
- Tirangaa
- Ulfat Ki Nayee Manzilen
- Betaaj Badshah
- Jawab
- God And Gun