ये कहानी हैं एक ऐसे अभिनेता की जिसकी शुरुआत सिल्वर स्क्रीन पर बतौर विलेन हुई थी लेकिन आगे चलकर ये बन गए हर किसी की चाहिते बाबू भैया. जिन्हें पूरी दुनिया परेश रावल के नाम से जानती हैं. परेश रावल एक ऐसे एक्टर हैं जिन्होंने बतौर विलेन अपने करियर की शुरुआत की और बाद में इन्होंने कुछ ऐसे दमदार किरदार निभाए जिससे ये सबसे ज्यादा फेमस हो गए. सब ने मान लिया की बॉलीवुड में एक और नायाब और मंझा हुआ कलाकार आ गया हैं.
जन्म, परिवार और एजुकेशन
परेश रावल का जन्म 30 मई 1955 को मुंबई में हुआ था. इनकी पढ़ाई-लिखाई हुई लायंस जुहू स्कूल से और बाद में इन्होंने एन एम कॉलेज मुंबई से ग्रेजुएशन कम्पलीट की. इनका जन्म एक गुजराती परिवार में हुआ था. अपने स्कूल और कॉलेज से ही इन्होंने एक्टिंग और ड्रामा करना शुरू किया और धीरे धीरे रंगमंच के बेहतरीन कलाकार बन गए.
फ़िल्मी करियर और स्टारडम
परेश रावल साहब तो सिर्फ रंगमंच ही करना चाहते थे लेकिन अपने साथियों के कहने अपर इन्होंने फ़िल्मों की तरफ रुख़ किया. इनकी पहली फ़िल्म साल 1985 में आई अर्जुन थी जिसमें ये बतौर सपोर्टिंग एक्टर नज़र आये थे सुपरस्टार सनी देओल के साथ. साल 1986 में आई फ़िल्म नाम ने इन्हें एक बेहतरीन अभिनेता के रूप में लोकप्रियता दिलाई. 80 और 90 के दशक में ये लगभग 100 से ज्यादा फ़िल्मों में बतौर विलेन नज़र आये जैसे रूप की रानी और चोरों का राजा, राम लखन, बाज़ी..
इसके बाद इन्होंने कल्ट कॉमेडी फ़िल्मों में बतौर कॉमेडियन दमदार काम किया, जैसे अंदाज़ अपना अपना और हेरा फेरी. इन दोनों फ़िल्मों ने परेश रावल को स्टारडम दिलाई. इसके बाद इन्होंने कई सारी कॉमेडी फ़िल्मों में मुख्य भूमिका निभाई जैसे हंगामा, हलचल, चुप चुप के, दीवाने हुए पागल, आवारा पागल दीवाना और वेलकम के घुंघरू सेठ.
पोलिटिकल करियर और एनएसडी के प्रेसिडेंट
परेश रावल एक बेहतरीन एक्टर होने के साथ साथ एक राजनेता भी हैं. इन्होंने राजनीति में भी एक अच्छे मुकाम को हासिल किया हैं. इन्होंने साल 2014 के लोक सभा इलेक्शन में गुजरात के अहमदाबाद से बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ा और जीते भी.
हाल ही 10 सितम्बर 2020 में इन्हें नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा का प्रेसिडेंट नियुक्त किया गया हैं.
पर्सनल लाइफ, फ़िल्म और अवॉर्ड्स
परेश रावल ने पूर्व मिस इंडिया स्वरुप सम्पत से 1979 में शादी की. इनके दो बेटे हैं, अनिरुद्ध और आदित्या. परेश रावल ने हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री के साथ साथ गुजराती और तेलुगु फ़िल्म में भी काम किया हैं. इनके फ़िल्मी करियर के लिए इन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया हैं. इसके साथ साथ इन्हें फ़िल्म सर के लिए बेस्ट विलेन, वो छोकरी और सर के लिए इन्हें National Film Award for Best Supporting Actor और फ़िल्म हेरा फेरी के लिए इन्हें Filmfare Best Comedian Award से नवाज़ा गया हैं.
परेश रावल की कुछ चुंनिंदा फ़िल्में.........
- Andaz Apna Apna
- Chachi 420
- Hera Pheri
- Nayak
- Aankhen
- Awara Paagal Deewana
- Hungama
- Hulchul
- Deewane Huye Paagal
- Garam Masala
- Phir Hera Pheri
- Golmaal: Fun Unlimited
- Bhagam Bhag
- Malamaal Weekly
- Bhool Bhulaiyaa
- Welcome
- One Two Three
- Oye Lucky! Lucky Oye!
- Atithi Tum Kab Jaoge?
- Ready
- OMG – Oh My God!
- Welcome Back
- Dharam Sankat Mein
- Patel Ki Punjabi Shaadi
- Tiger Zinda Hai
- Sanju
- Made in China
- Coolie No. 1
- Vardi
- Ram Lakhan
- Hathyaar
- Taaqatwar
- Hairaan
- Kafila
- Awaargi
- Jeevan Ek Sanghursh
- Kroadh
- Swarg
- Gunahon Ka Devta
- Gupt: The Hidden Truth
- Daud
- Mr. and Mrs. Khiladi
- Ghulam-E-Mustafa
- Qahar
- 36 China Town
- Phir Hera Pheri
- Chup Chup Ke
- Jaane Hoga Kya
- Yun Hota Toh Kya Hota
- Bhagam Bhag
- Fool & Final
- Cheeni Kum
- Good Boy, Bad Boy
- Buddha Mar Gaya
- Bhool Bhulaiyaa