ये कहानी हैं एक ऐसे एक्टर की जिसने हिंदी सिनेमा से लेकर ब्रिटिश सिनेमा और टेलीविज़न में काम किया. इनका नाम हैं सईद जाफरी. जिन्हें सबसे ज्यादा मकबूलियत मिली साल 1991 में आई फ़िल्म हिना में ख़ान बाबा के किरदार से. इन्होंने रेडियो, रंगमंच, और फ़िल्मों में बेहतरीन काम किया.
साल 1980-90 तक ये सबसे ज्यादा फेमस ब्रिटिश एशियन में से एक थे. सईद साहब ने कई साड़ी ब्रिटिश और अमेरिकन फ़िल्मों में बतौर लीड एक्टर काम किया. तो वहीं दूसरी तरफ हिंदी सिनेमा में भी ये बतौर दमदार अभिनेता नज़र आ रहे थे.
जन्म, परिवार और एजुकेशन
इनका जन्म 8 जनवरी 1929 को मालेरकोट पंजाब में हुआ था. इनके दादा ख़ान बहादुर फ़ज़ल इमाम मालेरकोट के दीवान थे और इनके वालिद डॉ हामिद हुसैन जाफरी ब्रिटिश राज में एक फेमस डॉक्टर थे. इनके पिता के जॉब की वजह से इनका बचपन कई सारे शहरों में जैसे मिर्ज़ापुर, कानपूर, लखनऊ,मुज़फ्फरनगर, अलीगढ़, गोरखपुर, झाँसी और मसूरी में बीता.
इनकी पढ़ाई-लिखाई की शुरूआत 1938 में मिंटो स्कूल जो की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का ही हिस्सा था वहीं से हुई. यहीं पर इन्होंने अपने मिमिक्री वाले अभिनय को पहचाना और स्कूल के नाटक में दारा शिकोह का किरदार बहुत ही ज़बर्दस्त तरीके से निभाया. इन्हें बॉलीवुड के महान एक्टर्स जैसे पृथ्वीराज कपूर, नूर मोहम्मद चार्ली, मोतीलाल और एक्ट्रेस कनक बाला, दुर्गा खोटे और नादिया के अभिनय ने खूब प्रभावित किया. इसके बाद आगे की पढ़ाई मसूरी,इलाहबाद और अमेरिका के कैथोलिक यूनिवर्सिटी से हुई.
फ़िल्मी करियर, सफलता और डेथ
साल 1951 में ये अमेरिका से इंडिया आ गए और यहाँ नई दिल्ली में बतौर कार्टूनिस्ट या रेडियो एनाउंसर काम करने का मन बनाया. इन्होंने ऑल इंडिया रेडियो में बतौर इंग्लिश एनाउंसर काम किया. यहाँ पर इनके पास रहने का ठिकाना न था और ये रात में ऑफिस के पीछे एक बेंच पर ही सो जाया करते थे. एक रात इनके स्टेशन डायरेक्टर मेहरा मनसानी ने इन्हें देखा और इनके लिए 30 रुपए प्रति महीनें एक कमरा दिलाया.
इसके बाद इन्होंने दिल्ली में एक थिएटर खोला और उसमे प्ले करना शुरू किया. सईद साहब ने विलियम शेक्सपीयर के कई सारे नाटक किये और उसके बाद इन्होंने लंदन और अमेरिका में में थिएटर में काम किया साथ ही साथ वहां की फ़िल्मों में बतौर एक्टर नज़र आते रहे.
इनकी पहली शादी हुई इनकी दोस्त मधुर बहादुर से जो इनके साथ ही काम करती थी.
इसके बाद ये हिंदी सिनेमा के कुछ चुनिंदा फ़िल्मों में बतौर सपोर्टिंग एक्टर भी काम किया.
14 नवम्बर 2015 में 86 साल की उम्र में इनका लंदन में निधन हो गया.
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