ये कहानी है हिंदी सिनेमा के एक ऐसे एक्टर की जिन्हें दुनिया ने सिल्वर स्क्रीन पर सिर्फ पुलिस इंस्पेक्टर के ही रोल में देखा. इन्होंने बॉलीवुड में 80 और 90 के दशक में बतौर पुलिस इंस्पेक्टर या पुलिस कमिश्नर नज़र आते थे. इनका नाम हैं इफ़्तेख़ार ख़ान जिसे बॉलीवुड में सिर्फ इफ़्तेख़ार के नाम से ही जाना जाता हैं.
इफ़्तेख़ार साहब एक बेहतरीन एक्टर होने के साथ साथ एक बहुत ही अच्छे सिंगर भी थे और ये अपना करियर बतौर सिंगर ही शुरू करना चाहते थे लेकिन ये बन गए एक्टर और इन्होंने 400 से ज्यादा फ़िल्मों में बतौर एक्टर काम किया.
जन्म, परिवार और एजुकेशन
इफ़्तेख़ार साहब का जन्म 22 फरवरी 1920 को जालंधर में एक सम्पन परिवार में हुआ था. इनके वालिद एक बहुत ही अच्छे पोस्ट पर थे और ये चार भाई और एक बहनों में से सबसे बड़े थे. इन्होंने अपनी मैट्रिक की पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने वालिद से कहा कि ये सिंगर बनना चाहते है और इसलिए ये कोलकाता चले आये.
फ़िल्मी करियर और पुलिस इंस्पेक्टर वाली छवि की कहानी
इफ़्तेख़ार साहब की आवाज़ बहुत हिअछि थी और इन्हें गाने का खासा शौक भी था. ये महान सिंगर कुंदन लाल सहगल की ही तरह एक गायक बनना चाहते थे और इसलिए ये कोलकाता चले आये. यहाँ पर एक म्यूजिक कंपनी में इन्होंने ऑडिशन दिया और म्यूजिक कम्पोज़र कमल दास गुप्ता ने इन्हें सेलेक्ट कर लिया. बाद में कमल दास गुप्ता ने ही इनका नाम एम पी प्रोडक्शन कंपनी को बतौर एक्टर की भूमिका के लिए भेजा.
साल 1944 में इन्होंने फ़िल्मों में बतौर एक्टर डेब्यू किया और इनकी पहली फ़िल्म रही तक़रार. इसी बीच देश का विभाजन हो गया और ये कोलकाता से बचकर बॉम्बे आ गए और यहाँ पर इन्होंने महान एक्टर अशोक कुमार से मुलाक़ात किया और बॉम्बे टाकीज़ की फ़िल्मों से एक बार फिर से काम शुरू किया. इनके बहुत सारे रिश्तेदार विभाजन के बाद पकिस्तान चले गए.
इन्होंने कई सारी फ़िल्मों में नेगेटिव रोल किये जैसे, विमल रॉय की बंदनी, सावन भादो, खेल-खेल में और एजेंट विनोद. इसके बाद इन्होंने एक ऐसी फ़िल्म की जिसके बाद से इन्हें हिंदी फ़िल्म में बतौर पुलिस इंस्पेक्टर की ही भूमिका में कॉस्ट किया जाने लगा और ये फ़िल्म रही इत्तेफ़ाक़ जिसमें इन्होंने एक पुलिस इंस्पेक्टर का रोल किया था. इन्होंने बतौर पुलिस इंस्पेक्टर, दीवार, डॉन, जंजीर, और जॉनी मेरा नाम.
डेथ और फ़िल्में
इफ़्तेख़ार साहब 4 मार्च 1995 को इस दुनिया से रुख़्सत हो गए. इनकी कुछ चुनिंदा फ़िल्में इस प्रकार हैं..
- Tere Pyaar Mein
- Khoon Ki Pukaar
- Khoon Ka Badla Khoon
- Khatta Meetha
- Shikshaa
- Do Ladke Dono Kadke
- Jhoota Kahin Ka
- The Great Gambler
- Noorie
- Mr. Natwarlal
- Surakshaa
- Kaala Patthar
- Shaayad
- Love in Canada
- Cobra
- Zalim
- The Burning Train
- Jyoti Bane Jwala
- Karz
- Dostana
- Zindagani
- Angaaray
- Insaniyat Ke Dushman
- Nazrana
- Itihaas
- Awam
- Himmat Aur Mehanat
- Marte Dam Tak