मानव इतिहास एक बार नहीं बल्कि दो दो बार महाविनाशकारी युद्ध का साक्षी बना हैं. उसने अपने आखों के सामने कई करोड़ों लोगों को मरते देखा हैं. उसने परमाणु हथियारों का प्रत्यक्ष इस्तेमाल देखा हैं. किस तरह जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में परमाणु हमलें की वजह से ऐसा लगा की ब्राह्मण में सूर्य का विस्फ़ोट हो गया हैं. दूसरा विश्व युद्ध प्रथम विश्व युद्ध से ज्यादा विनाशकारी था.
दूसरा विश्व युद्ध कारण और परिणाम
द्वितीय विश्व में विश्व के 70 देशों ने भाग लिया, जिसे जल, थल और आकाश तीनों में लड़ा गया. इसमें लगभग 5-7 करोड़ लोगों की जान चली गई. साथ ही साथ इस युद्ध में पहली बार होलोकॉस्ट भी शामिल किया गया. ये एक ऐसा विश्व युद्ध था जिसमें सभी देशों ने अपनी आर्थिक, औद्योगिक और वैज्ञानिक शक्तियां लगा दी थी.
इसी मानव इतिहास का सबसे विनाशकारी युद्ध इसलिए कहा जाता हैं क्योंकि इसमें पहली बार परमाणु अस्त्रों का प्रयोग किया गया और जिसकी वजह से मित्र राष्ट्रों की जीत हुई थी.
दूसरे विश्व युद्ध की शुरूआत वैसे तो 1 सितम्बर 1939 को हुआ लेकिन जापान और चीन एक दूसरे के साथ 1937 से ही युद्ध कर रहे थे. 1939 को जब जर्मनी ने पोलैंड पर हमला कर दिया तो पोलैंड की रक्षा के लिए फ्रांस ने जर्मनी को मुँहतोड़ जवाब देना शुरू किया.
जर्मनी ने विश्व में सबसे बड़ी ताकत बनने के मकसद से कई सारे राज्यों पर अटैक करके उन्हें अपने अधीन करने लगा और साल 1941 तक ये लड़ाइयां दो पक्षों में होने लगी एक मित्र राष्ट्र जिसमें फ्रांस, इंग्लैंड, ब्रिटेन था बाद में अमेरिका भी शामिल हुआ और दूसरी तरफ धुरी राष्ट्र जिसमें जर्मनी, ऑस्ट्रिया, जापान
था. शुरूआती युद्धों में धुरी राष्ट्रों का बोल बाला रहा और उन्होंने 1942 तक कई राष्ट्रों को जीत लिया जिसमें जापान सबसे ज्यादा शक्तिशाली साबित हुआ.
दूसरा विश्व युद्ध 8 मई 1945 को जर्मनी के आत्मसम्पर्ण के बाद ख़त्म हुआ और हिटलर ने खुद को गोली मार ली थी.
लेकिन 7 दिसंबर 1941 में जब जापान ने अमेरिका के पर्ल हार्बर पर अटैक कर दिया तभी से अमेरिका जापान से अपना बदला लेने के लिए इस युद्ध में कूद पड़ा और इस अटैक में पर्ल हार्बर बंदरगाह तबाह हो गया, तक़रीब ढ़ाई हज़ार सैनिक मारे गए, 1000 से ज्यादा घायल हो गए और 1000 सैनिक लापता हो गए. अमेरिका ने जापान में दो परमाणु बम गिर दिए और इसके बाद जापान का दो शहर हिरोशिमा और नागासाकी पूरी तरह से बर्बाद हो गए. 15 अगस्त 1945 में एशिया में भी दूसरा विश्व युद्ध ख़त्म हो गया.
इस विश्व युद्ध का परिणाम ये हुआ कि वैश्विक पटल पर दो महान शक्तियों का उदय हुआ, यूनाइटेड स्टेट ऑफ़ अमेरिका और सोवियत संघ ऑफ़ रूस. इसके बाद भविष्य में दोबारा कोई ऐसा भयंक युद्ध न हो इसके लिए संयुक्त राष्ट्र संघ का निर्माण किया गया.