हमारे जीवन में पेड़-पौधों का बहुत बड़ा योगदान हैं. पेड़-पौधे मानव जीवन के लिए ही नहीं बल्कि प्रकृति के लिए भी बहुत जरुरी होते हैं. इनके वजह से लोगों को ऑक्सीजन मिलता हैं. पेड़-पौधों से कई सारे फायदे होते हैं. ऐसे ही एक पौधा हैं दालचीनी. जिसका अपना एक अलग महत्व हैं. हम में से बहुत सारे लोग इसको खूब पसंद करते हैं. तो कइयों की जिंदगी इसके बिना लगभग अधूरी हैं. दालचीनी इंसान के दैनिक जीवन में बहुत काम की चीज़ हैं.
ब्लड शुगर को कम करने के लिए डॉक्टर्स कई लोगों को दालचीनी कहने को कहते हैं. साथ ही ये आपके स्किन के लिए बहुत जरुरी होता हैं. कई सारे फेसपैक दालचीनी से ही बनते हैं.
साथ ही इससे आपके बगीचे को बहुत बड़ा फायदा होता हैं. अगर आप गार्डनिंग यानी बगीचे के शौकीन हैं तो दालचीनी को अपने बग़ीचे में जरूर लगाएं.
आइये जानते हैं बगीचे में दालचीनी लगाने के फायदों के बारे में...
बीमार पौधों की दवा हैं दालचीनी
दाल चीनी को अपने गार्डन के पौधों में पाउडर के रूप में छिड़कने से ये फिर से तरोताजा और हरे-भरे हो जाते हैं. इंसानों और जानवरों की ही तरह पौधों के भी सेल्स रिपेयर होते रहते हैं. ऐसे में कुछ पौधे सूखने लगते हैं. इसलिए दालचीनी इन पौधों के लिए बहुत जरुरी होता हैं. पौधों में पानी देने के बाद आप इसपर दालचीनी का छिड़काव कीजिये. इससे आपके पौधे 4-5 दिन में सही हो जायेंगे.
चींटियों से पौधों की सुरक्षा करती है दालचीनी
चींटियां नये पौधों को खा जाती हैं, जिससे आपके बगीचे के कई सारे पौधे ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाते हैं. इस लिए चींटियों से पौधों को बचाना बहुत जरूयर और मुश्किल काम हो जाता हैं. ये चींटिया पौधों के पत्तों को खा जाती हैं. इन से अपने गार्डन को बचने के लिए आप दालचीनी का पौधा अपने गार्डन में जरूर लगाइये. ये चींटियों को कम करने में सहायक हैं. दालचीनी की वजह से चींटियां झुण्ड नहीं बना पाती और इससे पौधे सुरक्षित रहते हैं.
फंगस और बैक्टीरिया से पौधों को बचाये
पौधों के विकास के लिए कई सारे बैक्टीरिया और फंगस बहुत हार्मफुल होते हैं. जो पौधे के विकास को रोक देते हैं. जंगली मशरूम उनमें से एक हैं. जिसकी भारत में बहुत तेज़ी से वृद्धि एक चिंता का विषय हैं. पौधों को इनसे बचाने के लिए दालचीनी का पाउडर बना कर उन पर छिड़क दीजिये. पौधे सुरक्षति हो जायेंगे.
अंकुरित होने वाले पौधों को बचाएं
दालचीनी पौधों के लिए बहुत लाभदायक हैं. पौधे के अंकुर बहुत ही नाजुक होते हैं. मौसम, बारिश और ओलो के साथ साथ इन्हें फंगस और बैक्टीरिया से बचाने के लिए आप पौधों पर दालचीनी का छिड़का कीजिये.
ग्राफ्टिंग में सहायक
जो लोग गार्डनिंग करते हैं वो इस शब्द से अच्छे से परचित होंगे और जो नहीं हैं उन्हें हम बता देते हैं. ग्राफ्टिंग का मतलब सीधे शब्दों में होता है, जब कोई पौधा टूट जाता यहीं तो उसे फिर से लगाने को ग्राफ्टिंग कहते हैं. ऐसे में ये बहुत मुश्किल काम होता हैं. क्योंकि इस समय पौधा बहुत कमजोर हो जाता हैं. इसलिए दोबारा पौधा लगाने के लिए दालचीनी उस पौधे को मजबूती प्रदान करती हैं.
मच्छरों से बचाव करता हैं
बगीचे में अक्सर मच्छरों का आतंक देखने को मिलता हैं. जिसे लोग बगीचे में बैठना कम कर देते हैं. इस समस्या से भी आप दालचीनी की सहायता से बच सकते हैं. मच्छरों को दालचीनी की महक अच्छी नहीं लगती हैं. इसलिए आप इसका छिड़काव अपने गार्डन में कर दीजिए. जिससे डेंगू और मलेरिया फैलाने वाले मच्छर कम हो जायेंगे. जिससे आपका बगीचा और आप दोनों सुरक्षित हो जायेंगे.