चैत्र माह की नवरात्रि इस साल 13 अप्रैल को शुरू हो रही है. इसके पहले दिन से ही माँ दुर्गा की विशेष-पूजा अर्चना शुरू हो जाती हैं. भक्तगण पहले दिन ही घर के मंदिर में कलश की स्थापना करते हैं और इसी के साथ माँ के नव दिन चलने वाले व्रत की भी शुरुआत हो जाती हैं. सभी लोग माँ दुर्गा के प्रति समर्पण और श्रद्धाभाव से व्रत रखते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि माता के के इन नव पवित्र दिनों में क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
किस प्रकार से माता की आराधना करने से माँ दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होगा? इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे कि इस नवरात्रि पर आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए......
नवरात्रि पर क्या करे ! (Navratri mein kya kare !)
1. नवरात्रि का पर्व बहुत ही पवित्र माना जाता है. इसलिए माँ की उपासना करने के लिए इन नव दिनों में आप ब्रह्मचर्य का पालन अवश्य कीजिए. किसी भी व्रत, पूजा आदि के फलीभूत होने के लिए ब्रह्मचर्य बहुत ही आवश्यक हैं.
2. इस नवरात्रि माँ की पूजा करते समय उन्हें लाल पुष्प अवश्य चढ़ाएं, क्योंकि माता को लाल रंग बहुत ही प्रिय हैं. साथ ही अखंड ज्योति की स्थापना भी कीजिए.
3. माँ की पूजा समाग्री में ज्वार जरूर रखिए.
4. कलश की स्थापना के बिना नवरात्रि की पूजा अधूरी मानी जाती है. इसलिए आप इस नवरात्रि कलश की स्थापना करना न भूले.
5. नवरात्रि में नव दिनों का व्रत रखना सबसे पुण्य का काम और सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाला माना जाता हैं. लेकिन अगर आप नव दिनों का व्रत नहीं रख सकते है तो आप पहले और आखिरी दिन सच्चे मन से व्रत अवश्य रखे. इसे आपको माँ का आशीवार्द प्राप्त होगा.
6. नवरात्रि के नव दिनों के व्रत के दौरान आप एक समय भोजन के रूप में फलाहार कर सकते हैं.
7. नवरात्रि का व्रत धारण करने वाले व्यक्ति को नव डिओन तक माँ भगवती के सामने जमीन पर सोना चाहिए.
8. नवरात्रि का व्रत पूर्ण तब तक नहीं माना जाता जबतक आप कन्यापूजन करके उन्हें भोजन न कराये. इस लिए आप नवरात्रि में अष्टमी या नवमी के दिन कन्या पूजन करके उन्हें भोजन कराकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें.
9. कन्यापूजन और भोजन करने के बाद उन्हें दक्षिणा देकर ही विदा करें. नहीं तो व्रत का पूरा फल नहीं मिलेगा और व्रत अधूरा माना जायेगा.
10. नवरात्रि के आखिर दिन कन्या पूजन के बाद गाय को बहुजन अवश्य कराएं.
इस नवरात्रि क्या नहीं करना चाहिए (Navratri mein kya nhi kare)
1. नवरात्रि में माँ दुर्गा की पूजा करते समय काले रंग के वस्त्रों को धारण नहीं करना चाहिए.
2. नव दिनों के व्रत धारण करने वाले इंसान को अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए. साथ ही किसी की बुराई या निंदा या झूठ न ही बोलना चाहिए.
3. नवरात्रि के नव दिनों में मांसहार, शराब इत्यादि का सेवन नहीं करना चाहिए. घर साफ़ और स्वच्छ होना चाहिए.
4. नवरात्रि के नव दिनों के भोजन में लहसुन और प्याज का प्रयोग शास्त्रों के द्वारा वर्जित हैं. इनका प्रयोग नहीं करना चाहिए.
5. नवरात्रि में मिलने वाले माँ के प्रसाद को अवश्य ग्रहण करना चाहिए. प्रसाद को ठुकराने वाले से माँ दुर्गा रुष्ट हो जाती हैं.
6. नवरात्रि के नव दिनों में दाढ़ी, बाल को नहीं कटवाना चाहिए.
7. नवरात्रि में जल रहे अखंड ज्योति को कभी भी अकेला नहीं छोड़ना चाहिए. घर का एक सदस्य अवश्य वहां होना चाहिए.
8. जिसने नवरात्रि का व्रत धारण किया है उसे विशेष कर नींबू नहीं काटना चाहिए.
9. नवरात्रि के नव दिनों में चमड़े से बनी चीजों जैसे- बेल्ट, पर्स, चप्पल और जूतों का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
10. नवरात्रि में सिर्फ और सिर्फ फलाहार या व्रत में खाने वाली चीजों का ही सेवन करना चाहिए.