नियमित रूप से हर रोज योग करने से आप हर तरह की खतरनाक बीमारियों से बिल्कुल दूर रहेंगे. साथ ही आप अपने बढ़ते वजन, स्ट्रेस, और सांस की तकलीफों के साथ-साथ दिल, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों में भी काफी राहत मिलता हैं. वैसे भी आज के समय में योग करना एक ट्रेंड बनता जा रहा हैं. बड़ी-बड़ी टीवी से लेकर बॉलीवुड एक्टर-एक्ट्रेस हर कोई योग करता हैं. अगर आप एक स्लिम और फिट शरीर चाहते है तो आपको अवश्य योग करना चाहिए. योग में कई तरह के आसन होते है जो अलग-अलग तरह से किये जाते है.
साथ ही इनका अभ्यास करने से आपको अलग-अलग तकलीफों से छुटकारा भी मिलता हैं. आज हम आपको एक ऐसे आसन के बारे में बताने जा रहे है जिसका नियमित रूप से अभ्यास करने से आपको सर्दी और जुकाम की तकलीफों से राहत मिलेगी. इसे पवनमुक्तासन के नाम से जाना जाता है. जो मुख्य रूप से पेट की तकलीफों जैसे कब्ज या गैस से राहत देता है लेकिन ये आपको जुकाम से भी निजाद दिलाने में सहायक हैं. तो आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं...
कैसे करें इस आसन को?
पवनमुक्तासन करने के लिए आप सबसे पहले पीठ के बल लेट जाइये और पैरों को एक साथ सीधा कर लीजिए. अब अपने दाएं घुटने को अपने छाती पर ले आईये. जांघ को पेट पर लाकर अच्छे से दबाइये. अब अपनी दाढ़ी को दाएं घुटने से लगाइये. जब गहरी सांस लीजिए तो आप दोनों हाथों से घुटने को अच्छे से पकड़ लीजिए. घुटने को अच्छे से पकड़ने पर आपके पेट पर थोड़ा सा दबाव महसूस होगा, जोकि सामान्य हैं. अब आप सांस छोड़ते हुए घुटने को ढ़ीला छोड़ दीजिए. अब ये प्रक्रिया दूसरे यानी बाएं पैर से कीजिए.
पवनमुक्तासन से होने वाले लाभ
पवनमुक्तासन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होता हैं. इससे सेहत ठीक रहता है तथा इम्युनिटी स्ट्रांग होती हैं. इसे नियमित रूप से करने पर आपको निम्न लाभ देखने को मिलेंगे.....
- पवनमुक्तासन करने से पेट की मांशपेशियां मजबूत होती हैं.
- साथ ही आपके हाथ और पैर भी मजबूत होते हैं.
- जुकाम की समस्या में इस आसान को नियमित रूप से करने पर आपको जुकाम से राहत मिल जाता हैं.
- गैस की समस्या से भी निजाद मिलता है साथ ही आपका पाचनतंत्र सही रहता हैं.
- ब्लड सर्कुलेशन सही होता हैं.
पवनमुक्तासन करते समय सावधानी
अगर आपका पीरियड्स यानी मासिक धर्म चल रहा हैं या हाई ब्लड प्रेशर है तो इसे न करें. गर्दन या कमर में कोई चोट हो तो भी इस आसन को करने से परहेज करें. साथ ही हार्ट पेशेन्ट्स ट्रेनर की देख-रेख में ही इसे करें.