कई बार हम मार्केट से सब्जियाँ खरीदते वक्त कुछ खराब सब्जियाँ भी ले आते है. ऐसे ही जब हम आलू खरीदते है तो ना चाहते हुए भी दो-चार हरे आलू आ ही जाते है. लेकिन बहुत कम लोग ये जानते है कि हरे आलू में सोलेनाइन नामक एक जहरीला केमिकल पाया जाता है. जो हेल्थ के लिए बहुत ही खतरनाक है और कई सारे लोग आसे भी सब्जी में डालकर खा लेते हैं. मगर इसे खाने के बाद आपका जी मिचलाने लगता है, सिरदर्द होता है, और पेट भी खराब होने की संभावना बढ़ जाती है.
ये केमिकल शिमला मिर्च और बैंगन में भी पाया जाता है. जो आपको बीमार बना सकता है. आज हम आपको हरे आलू क्यों नहीं खाना चाहिए....
कैसे होते है आलू हरे?
आलू हरे इसलिए हो जाते हैं क्योंकि की कई बार हम उनको ठीस से स्टोर नहीं कर पाते हैं. आलू को लम्बे समय तक खराब होने से बचाने के लिए उन्हें हमेशा ठंडक और कम रौशनी वाली जगह पर रखना चाहिए. लेकिन हम कई बार उन्हें अधिक गर्मी और रौशनी वाली जगहों पर रख देते हैं जिसके कारण वो खराब और हरे हो जाते हैं. इसलिए हमेशा आलू को अच्छे स्टोर करना चाहिए.
खाने के कितने देर बाद साइड इफेक्ट पड़ता है?
आमतौर पर हरा आलू खाने के 30 मिनट बाद से इसका प्रभाव शरीर पर दिखने लगता है. लेकिन कई बार 8-12 घंटे बाद भी इसका असर दिखने की संभावना रहती है. मुख्यतः गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और न्यूरोलॉजिकल लक्षण सबसे पहले नोटिस किये जाते हैं.
बीमारी के लक्षण कौन-कौन से होते हैं?
हरे आलू खाने के बाद होने वाली बीमारियों के निम्न लक्षण होते हैं....
कार्डिएक डायसर्थिमिया, मतिभ्रम, दृष्टि परिवर्तन, सांस लेने में परेशानी, बुखार, पीलिया, सेंस का खत्म होना और अंत में मौत तक हो जाती है.
कितने हरे आलू खाने से व्यक्ति की मौत हो सकती है?
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अगर 45 किलो वजन वाला एक व्यक्ति आधा किलो हरे आलू खायेगा तो उसकी बीमारी से मौत हो जायेगी. इसलिए हमें हमेशा सब्जी बनाते समय इस बात का ध्यान देकर उन्हें निकाल देना चाहिए. जिससे हमार स्वास्थ्य खराब हो होने से बच जाता है.