घर में किचन वाला हिस्सा बहुत जरूरी और महत्वपूर्ण होता है. यहां पर ही खाने वाली टेस्टी चीजें होती है. लेकिन किचन चिमनी का होना बहुत जरूरी होता है, नहीं तो किचन में पराठें बनाते समय पूरा धुआँ पूरे घर में फैल जाता है. किचन के लिए चिमनी खरीदते समय हमेशा इन 5 बातों का ध्यान रखना चाहिए...
चिमनी 2 प्रकार की होती है: डक्टिंग चिमनी और डक्टलैस चिमनी.
डक्टिंग चिमनी क्या होता है?
इस चिमनी में धुआँ पीवीसी पाइप्स के जरीए रसोई से बाहर निकल जाता है. इसकी खासियत यह होती है कि इसमें मैश और बफल फिल्टर लगा रहता है. जो धुएं के साथ चिकनाई को भी सोख लेता है. लेकिन इनका इस्तेमाल बड़ी रसोई घर के लिए होता है.
डक्टलैस चिमनी क्या है?
इस चिमनी में फैन और मोटर वाले ग्रीस फिल्टर लगे होते हैं. जिसके कारण धुआँ चारकोल फिल्टर में जाता है और वहां पर चिकनाई और मसालों की सुगंध दोनों सोख ली जाती है. जिससे रसोई घर का वातावरण सही रहता है. लेकिन इस चिमनी से किचन की गरमाहट कम नहीं होती है.
आधुनिक चिमनी
ये मॉडर्न चिमनी बटन के साथ-साथ गैस सेंसर पर काम करती है. इसके अंदर लगे सेंसर गैस निकले का सेंस पाते ऑन हो जाते है और जब गैस ख़त्म हो जाती है तो अपने आप ऑफ हो जाते है. जिसके कारण ये ज्यादा ट्रेडिंग हैं.
किचन की साइज का ध्यान रखे
किचन में चिमनी लगाते समय इसके आकार का ध्यान रखना चाहिए कि आपका किचन कितना बड़ा है. किचन बड़ा होने पर ज्यादा सेक्शन पावर की चिमनी लगानी चाहिए और इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि चिमनी आपके गैस चूल्हे से ढ़ाई फिट ऊंची हो.
चिमनी की नियमित साफ-सफाई
तड़का देते समय या दाल फ्राई के समय चिमनी ज्यादा प्रभावित होती है. इस समय गैस निकलकर चिकनाई के साथ चिमनी में चिपक जाते हैं. इसलिए चिमनी का देखभाल करना बहुत जरूरी होता है और इसकी साफ-सफाई करते रहना चाहिए.