सुशांत सिंह की चार बहनें और घर में सबसे छोटा होने के नाते इन्हें गुलशन के नाम से पुकारा जाता था.
सुशांत सिंह को इंजीनियरिंग में ज़रा सी रूचि नहीं थी वो आर्मी या एस्ट्रोनॉट बना चाहते थे लेकिन इनके पिता चाहते थे की ये इंजीनियर बने और इसीलिए इन्होंने दिल्ली में इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लिया.
सुशांत जब 16 साल के थे तभी इनकी मम्मी का अचानक देहांत हो गया, जिससे सभी लोग बहुत ज़्यादा शॉक्ड थे. क्योंकि उससे पहले वो बिलकुल ठीक थी और किसी को उम्मीद न थी कि वो ऐसे अचानक उन सबको छोड़कर चली जाएंगी.
सुशांत को Astrophysics पढ़ने में बहुत ही दिलचस्पी थी. Astrophysics फिजिक्स की एक ऐसी ब्रांच हैं जिसे हिंदी में नक्षत्रीय भैतिकी कहते हैं. जिसमें नक्षत्रों के भैतिक तत्वो का विश्लेषण होता है और इसी के कारण ही वो एस्ट्रोनॉट बनना चाहते थे.
सुशांत ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें एयर फाॅर्स पायलट बनने की इंस्प्रेशन हॉलीवुड के फेमस एक्टर टॉम क्रूज की मूवी 'TOP GUN' से मिली थी.
पवित्र रिश्ता की कोस्टार अंकिता लोखंडे से इनकी मुलाक़ात सेट पर ही हुई थी उसके बाद दोनों ने एक दूसरे को डेट करना शुरू किया था. दोनों एक दूसरे के लिए इतने सीरियस थे की ये शादी भी करने वाले थे. लेकिन किसी वहज से ये दोनों अलग हो गए.
फ़िल्म पीके में सुशांत ने सरफ़राज़ यूसुफ़ का किरदार निभाया था लेकिन बहुत काम लोग ये बात जानते हैं कि उन्होंने इस रोल के लिए एक भी रुपए नहीं लिए थे. उनका कहना था कि उन्हें राजकुमार हिरानी के साथ काम करने का मौका मिल रहा हैं.
फ़िल्म M.S. Dhoni: The Untold Story में सुशांत ने दमदार एक्टिंग की थी लेकिन बहुत काम लोग ये जानते हैं कि इससे पहले इन्हें क्रिकेट खेलना नहीं आता था और इसके लिए उन्होंने लगभग डेढ़ साल तक प्रैक्टिस की थी और धोनी की हर एक बारीकियों को समझ ली थी. फिर वो कहते थे कि उनके लिए सबसे मुश्किल था धोनी का मंद सेट समझना की धोनी सर कैसे सोचते हैं.
M.S. Dhoni: The Untold Story की प्रिपरेशन के लिए धोनी से सुशांत बहुत क्वेश्चन पूछते थे जिससे धोनी कई बार इर्रिटेट हो जाते थे. एक बार ऐसा हुआ कि सुशांत ने 250 क्वेश्चन को MCQ फॉर्मेट में टाइप करके लेकर गए थे और इससे धोनी बहुत हैरान हो गए थे.
Detective Byomkesh Bakshy! फ़िल्म जो कि 1940 के एरा पर बेस्ड फ़िल्म थी इसके लिए उन्होंने अपने सेल फ़ोन से लेकर अपना ऑटोमैटिक कार भी चलना छोड़ दिया था क्योंकि इनका करैक्टर Byomkesh Bakshy एक सिंपल आदमी था.
फ़िल्म औरंगज़ेब सबसे पहले सुशांत को ऑफर की गई थी लेकिन सुशांत ने रोल करने से मना कर दिया था जो बाद में अर्जुन कपूर के साथ बनाई गई और ये फ्लॉप रही.
फ़िल्म केदारनाथ में सुशांत का किरदार एक पिठ्ठू का होता हैं जो यात्रियों को अपने पीठ पर लाद कर केदारनाथ के दर्शन के लिए ले जाता हैं. लेकिन बहुत काम लोग ये बात जानते ये बात जानते हैं कि सुशांत ये सीन ख़ुद ही करते थे और सही में लोगों को लादकर ले जाते थे. ये सीन बहुत मुश्लिक होते थे और कई बार इसके रिटेक भी हो जाते थे लेकिन फिर ये इन्होंने अपने बॉडी डबल को उसे नहीं किया था. जो ये बताता हैं कि वो कितने बेहतरीन एक्टर थे.