लॉकडाउन में घर पर बैठे बैठे हर कोई बोर हो गया है. कोरोना की वजह से इस साल भी तेजी से देश के कई राज्यों में लॉकडाउन किया गया है. जिसकी वजह से कई सारे लोग अपने-अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं. घरों में रहना कोई बुराई नहीं है लेकिन एक वक्त के बाद मन ऊबने लगता है. लोग बोर होना शुरू हो जाते हैं. ऐसे में मानसिक तनाव भी बढ़ने का खतरा रहता है. इन सब से बचने के लिए हर कोई कहीं दूर घूमने जाने का प्लान कर रहा है.
अगर आप भी लॉकडाउन खुलने के बाद से कही जाने के बारे में सोच रहे हैं. तो आपको देश के इन हिस्सों में जरूर जाना चाहिए. इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आप बहुत ही आराम से अपने बजट में घूमने जा सकते हैं. साथ ही इन जगहों पर जाने से आपको मानसिक शांति भी मिलती है. तो चलिए इनके बारे विस्तार से जानते हैं....
कसोल, हिमाचल प्रदेश
देश के ऊपरी हिस्सों में हिमाचल प्रदेश में एक जगह है कसोल. प्राकृतिक सौंदर्य और ऊंची-ऊंची पहाड़ियों और जंगलों से घिरा हुआ ये इलाका बहुत ही आरामदायक है. आप यहां पर 5 दिन का ट्रिप 5 से 6 हजार रूपए में बनाकर जा सकते है. साथ ही यहां का वातावरण बहुत ही शांत और मनमोहक है.
कौसानी, उत्तराखंड
यह एक फेमस हिल स्टेशन है. जो पर्वत की ऊंचाई पर बसा हुआ है. इसके खूबसूरत दृश्यों और मन की शांति के लिए लोग हर साल काफी मात्रा में यहां पर आते हैं. यहां से आप नंदाकोट, त्रिशूल और नंदा देवी पर्वत के भव्य नजारे का भी आनंद ले सकते हैं. यहां आप बैजनाथ मंदिर, रूद्रधारी जलप्रपात और गुफाओं का लुत्फ भी उठा सकते हैं.
लोनावला, मुम्बई
ये मुम्बई का एक फेमस हिल स्टेशन हैं, जहां पर भी लाखों की संख्या में सौलानी हर साल जाते हैं. यह मुम्बई शहर से 95 किलोमीटर दूर है. साथ ही यहां पर कई सारे किले और गुफाएं भी है. लोग यहां पर ट्रैकिंग का भी लुफ्त उठा सकते हैं.
रानीखेत, उत्तराखंड
ये उत्तराखंड का बहुत पुराना हिल स्टेशन हैं. जो कुमाऊं में स्थित है और अल्मोड़ा जिले में पड़ता है. यहां पर आप झूला देवी मंदिर का भी दर्शन कर सकते हैं. साथ ही यहां की खूबसूरती दिलों को सुकून देने वाली है. इस जगह पर आप कई जानवर भी देख सकते हैं. जैसे लाल मुख वाला बंदर, लोमड़ी और लंगूर भी.
काल्गा गांव, हिमालय प्रदेश
कसौल से थोड़ी ही दूर ऊंची पहाड़ी पर एक गांव स्थित है जिसे काल्गा के नाम से जानते हैं. यहां पर आप आराम से छुट्टी बिताने के लिए जा सकते हैं. ये गांव भी प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ है और यहां पर सेब की अच्छी खेती होती है.