खाना, खाना-भूख लगना एक प्राकृतिक प्रक्रिया हैं. इंसान को काम करने के लिए दैनिक जीवन में ऊर्जा की जरूरत होती हैं, जोकि खाने से मिलती हैं. बिना शक्ति और ऊर्जा के इंसान काम नहीं कर सकता हैं. अगर कोई इंसान खाना न खाये तो भुखमरी से उसकी जान भी जा सकती हैं. हर इंसान को एक दिन में आवश्यकता के अनुसार ही भोजन करना चाहिए. अलग-अलग लोगों की खाने की क्षमता में 19-20 का अंतर तो होता ही हैं लेकिन हर इंसान अपनी भूख के हिसाब से ही खाना खाना पसंद करता हैं.
कई बार कुछ लोग एक सीमित मात्रा से अधिक भोजन कर लेते हैं. जोकि एक या दो बार या फिर यूँ कहें की कभी कभार चल जाता हैं लेकिन अगर आप रोजाना अधिक मात्रा में खाना खाते है तो इसका शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ता हैं. हालाँकि ओवरईटिंग कोई बीमारी या रोग नहीं है लेकिन ये कई सारे रोगों को बुलाने का काम करता हैं. जो लोग हिसाब से अधिक खाना खाते हैं उनका मोटापा तो बढ़ता ही हैं. साथ ही उनको कई सारी तकलीफें और हो जाती हैं. आज हम आपको ओवरईटिंग से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं....
बढ़ता है मोटापा: आवश्यकता से अधिक भोजन करने वालों के लिए सबसे सामान्य बात है कि उनका वजन बढ़ने लगता हैं. मोटापा बढ़ने से आपका फिजिक्स तो ख़राब होता ही है साथ ही आपको कई सारी खतरनाक बीमारियां भी हो जाती हैं. बढ़ते वजन के कारण डायबिटीज, हैवी ब्लड प्रेशर, कॉलेस्ट्रॉल और हार्ट प्रॉब्लम तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में आपको जल्द से जल्द ओवरईटिंग पर कंट्रोल करना होगा. जिससे आपका बढ़ता वजन जल्दी से कंट्रोल हो जाये और इन गंभीर बीमारियों से बचे रहेंगे.
मस्तिष्क की कार्य क्षमता हो सकती हैं कमजोर: मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार ज्यादा खाना खाने से आपके शरीर में अधिक मात्रा में कैलोरी जमा हो जाती हैं. जिसके कारण आपकी याददश्त क्षमता घटने लगती हैं. साथ ही इससे दिमाग के काम करने की गति बाधित हो जाती हैं. एक निर्धारित मात्रा से अधिक खाना खाने से आपके शरीर में यूरोग्वानिलिन हार्मोन का प्रोडक्शन कम होने लगता हैं. ये महत्वपूर्ण हार्मोनों में से एक हैं क्योंकि ये आपके दिमाग तक सूचना पहुँचाने का काम करता हैं.
नींद में आती है समस्या: ज्यादा खाने से आपकी नींद भी डिस्टर्ब हो जाती हैं. ये सच है कि ज्यादा खाना खाने से आपको आलस्य आता हैं लेकिन आपको नींद नहीं आती हैं. इसका कारण होता हैं आपके पाचनतंत्र का सही से काम न करना. ज्यादा खा लेने से भोजन को पचने में टाइम लगता हैं और इसी वजह से आपको पेट संबंधी शिकायतें होने लगती हैं. जिससे आपकी नींद ख़राब होती हैं.
डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता हैं: ओवरईटिंग करने से लोगों का वजन बढ़ता हैं. जिसके कारण वो डायबिटीज के शिकार हो जाते हैं. जो लोग ज्यादा खाते हैं उनके ब्लड में ग्लूकोज पहुंचकर जल्दी से जल्दी एनर्जी में बदल नहीं पाते. जिससे उनके खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती हैं. जिसके कारण डायबिटीज तेजी से बढ़ती हैं.
दिल की बीमारी का खतरा: साथ ही जो लोग जरूरत से ज्यादा खाते हैं उनको हार्ट प्रॉब्लम्स बढ़ जाता हैं. ओवरईटिंग से स्ट्रेस हार्मोन बढ़ता है जिसकी वजह से लोगों का ब्लड प्रेशर बढ़ जाता हैं. जो बाद में हार्ट अटैक का कारण बनता हैं.