अंतरिक्ष में कई सारे रहस्यों में आज हम बात करेंगे मंगल ग्रह से जुड़े उन रोचक तथ्यों के बारे में जिनके बारे में आप बहुत कम ही जानते होंगे. आज के समय में जहाँ वैज्ञानिक मंगल ग्रह यानी मार्स पर जीवन ढूढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, उसे एक नई दुनिया के विकल्प में देख रहे हैं. ऐसे में आपको उससे जुड़ी इन खास बातों की जरूर जानना चाहिए. जो ना सिर्फ रोचक है अपितु आपके हैरान भी कर देंगे कि ऐसा कैसे हो सकता हैं.
आप लोग ये बात जानते होंगे की मंगल को लाल ग्रह के नाम से जाना जाता हैं लेकिन बहुत कम लोग इस बात को जानते है कि ब्रह्मांड का सबसे ऊँचा पर्वत मंगल ग्रह पर ही स्थित हैं. आज हम आपको ऐसे ही कई सारे तथ्यों से रूबरू करवाने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं...
- आपको बता दे कि मंगल ग्रह ब्रह्मंड में सूर्य से चौथा बड़ा ग्रह है. जिसे लाल ग्रह के नाम से भी जाना जाता है.
- इसका व्यास लगभग 6794 किलोमीटर है.
- वैज्ञानिकों के मुताबिक मंगल ग्रह सूर्य से लगभग 22. 80 करोड़ किलोमीटर दूर है.
- ज्यादातर वैज्ञानिकों का मानना हैं के मंगल ग्रह पर कभी पानी रहा होगा और यहाँ पर जीवन की संभावन भी हैं.
- इसका तापमान औसतन 55 डिग्री सेल्सियस है. मंगल ग्रह की सतह का तापमान 27 डिग्री से 127 डिग्री सेल्सियस तक हो जाता है.
- आपको जानकर हैरानी होगी कि मंगल ग्रह धरती के व्यास का केवल आधा है और यह धरती से कम घना है.
- यूनान के लोग मंगल ग्रह को युद्ध का देवता मानते हैं और इस ग्रह को एरेस के नाम से पुकारते हैं.
- लाल ग्रह यानी मंगल ग्रह पर पानी और कार्बोन डाईऑक्साइड बर्फ की परत है. मंगल ग्रह पर गर्मियों में कार्बोन डाईऑक्साइड की परत पिघल कर पानी बन जाती है.
- ब्रह्मंड में सबसे ऊंचा पर्वत मंगल ग्रह पर ही है. जिसका नाम अलिंप मोंस रखा गया गया है. यह पर्वत लगभग 25 किलोमीटर तक ऊंचा है और दुनिया से सबसे ऊँचे पर्वत माउंट एवेरेस्ट से 3 गुना बड़ा हैं.
- मंगल ( Mars ) ग्रह के अपने दो उपग्रह भी हैं फोबोस और डीमोस.
- मंगल पर भी बुध की तरह इंसान या पिंड का वजन कम हो जाता हैं. अगर आप धरती पर 100 किलो के है तो यहाँ पर तकरीबन 37 किलो के ही होंगे.
- मंगल ग्रह का उपग्रह हर सौ साल बाद 1.8 मीटर मंगल की तरफ बढ़ जाता है. ऐसा इसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति की वजह से धीरे-धीरे होता हैं.
- मंगल ग्रह से सूर्य सिर्फ आधा ही नजर आता है. ठीक वैसे ही जैसे हम सूर्य को पृथ्वी से देखते हैं.
- मंगल ग्रह पर अब तक 39 में से 16 मिशन कामयाब ( Successful ) हुए हैं. साथ ही अपने भारत ने मंगलयान का सफल परीक्षण एक ही बार में कर दिया था.
- मंगल ( Mars ) ग्रह पर धरती के दिनों के हिसाब से 687 दिनों का एक साल होता है.
- वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि मंगल ग्रह पर लाल रंग होने का कारण लोहे का काला रूप मेग्नेटाइट ओक्सीडाईज नारंगी रंग में परिवर्तित हो जाता है.
- कई सारे वैज्ञानिक यहाँ पर जीवन की संभवना की तलाश कर रहे हैं. ताकि आने वाले समय में लोगों को इस ग्रह पर शिफ्ट कर दिया जाये.