भारत देश और दुनिया के कई सारे देशों के आस-पास कई ना कोई नदी जरूर हैं. ऐसे में भारत में तो कई सारी नदियों का जिक्र मिलता हैं. जिनमें से पतित पावन गंगा भारत की सबसे बड़ी नदियों में से प्रमुख हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि विश्व की सबसे लम्बी नदियों की सूची में इसका नाम तक शामिल नहीं हैं. दुनिया के बड़े नदियों के बारे में आज हम विस्तार से जानेंगे, साथ ही ये कहाँ पर स्थित है ये भी जानकारी लेंगे....
नील नदी, अफ्रीका : दुनिया की पहली सबसे बड़ी नदी नील नदी को माना जाता हैं. ये नदी नार्थ-ईस्ट अफ्रीका में बहती हैं. साथ ही इसकी लम्बाई 6650 किमी हैं. जो मिस्र आदि से होकर गुजरती हैं. नील नदी मिस्र की जीवन रेखा मानी जाती हैं क्योंकि यहाँ के कई सारे लोगों की जरूरतें पूरी होती हैं. फसल से लेकर अन्य कामों तक इसका उपयोग महत्वपूर्ण होता हैं.
अमेजन नदी, साउथ अमेरिका: लम्बाई की मामले में ये नदी दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी नदी हैं. जोकि 6400 किमी लम्बी हैं. लेकिन पानी के घनत्व के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी नदी हैं. इसमें कई सारे खतरनाक जानवर पाए जाते हैं. बरसात के समय ये नदी सबसे चौड़ी हो जाती हैं. जो कि 190 किमी की आस-पास माप गया हैं.
अमूर-अर्गुन नदी रूस और चीन : रूस और चीन के बीच से गुजरने वाली ये नदी विश्व की 10 नदियों के लिस्ट में से एक हैं. इसकी लम्बाई 4444 किलोमीटर तक हैं.
कांगो नदी, अफ्रीका: ये नदी अफ्रीका की सबसे बड़ी नदी मानी जाती हैं. इसलिए ये दुनिया के 10 बड़ी नदियों के लिस्ट में आती हैं. ये नदी 4700 किमी लम्बी हैं. नील के बाद ये अफ्रीका की दूसरी बड़ी नदी हैं. स्थानीय लोग इसे जेयरे नदी के नाम से जानते हैं.
पराना नदी साउथ अमेरिका: ये नदी साउथ अमेरिका में बहने वाले लम्बी नदियों में से एक हैं. इसकी लम्बाई 4880 किमी हैं. इसका नाम पराना इसलिए हैं क्योंकि ये समुद्र की तरह विशाल हैं. जो की ब्राजील, पैराग्वे और अर्जेंटीना से होकर बहती हैं.
ओब-इरटिस नदी रूस और कजाखस्तान: ओब-इरटिस नदी या ओबी नदी उत्तरी एशिया और पश्चिमी साइबेरिया की प्रमुख नदी हैं. अल्ताई क्राय प्रदेश के बियस्क शहर से 26 किमी दक्षिण-पश्चिम में बिया नदी और कुतुन नदी के संगम से होती है. इसकी लम्बाई 5410 किमी हैं.
येलो नदी, चीन: ये नदी चीन में बहती हैं. जो की दुनिया की सबसे बड़ी नदियों में से एक हैं. इसकी लम्बाई 5464 किमी हैं. साथ ही इसका रंग पीला होता हैं. जिसका कारण है यहाँ के लोगों के द्वारा किया गया कचड़ा हैं. जिसका उपयोग यहाँ के लोग बिजली उत्पादन में करते हैं. शहर में बिजली का उत्पादन का मुख्य स्रोत यही नदी मुख्य हैं.
येनिस-अंगारा-सेलेंगा,रूस और मंगोलिया : ये नदी 5539 किमी लम्बी हैं. जो तीन नदियों के संगम से मिलकर बनी हैं. ये रूस से होता हुआ मंगोलिया तक जाता हैं. फिर आकर्टिक महासागर में जा मिलता हैं.