अक्सर आप ने देखा होगा कि गर्मी के मौसम में कार में कई बार आग लग जाते हैं. इनमें से कई बार तो चलती हुई कार्स में भी आग लग जाती हैं. ऐसे में जान बचा पाना भी मुश्किल हो जाती हैं. इसलिए गर्मी के मौसम में अपनी कार का ख्याल रखना बहुत ही जरुरी होता हैं.
मगर उससे पहले आपको कार में लगने वाले आग के कारणों के बारे में भी विस्तार से जान लेना चाहिय. तभी जाकर आप अपनी गाड़ी की और अपने आप कोई ऐसी परिस्थिति में पहुँचने से बचा सकते हैं. दरअसल कार में आग लगने के पीछे ये निम्न 5 कारण होते हैं. जिनकी वजह से ही आग लगने जैसा हादसा होता हैं....
- शार्ट सर्किट की वजह से लगती हैं आग
आमतौर में कार में आग लगने की मुख्य वजह शार्ट सर्किट ही होता हैं. कई बार कार ख़राब हो जाने की वजह हम उसे सर्विसिंग के लिए भेज देते हैं. मगर वहां पर कई बार अनट्रेंड मैकेनिक आपकी कार को सही तो कर देते हैं लेकिन कई सारे वायर्स को खुला छोड़ देते हैं. ऐसे में कई बार शार्ट सर्किट की वजह से आग लग जाती हैं.
- अनट्रेंड मैकेनिक ना लगवाएं सीएनजी किट
किसी भी अनट्रेंड मैकेनिक या लोकल सर्विस सेंटर से कभी भी CNG किट नहीं लगवानी चाहिए. अगर आप किसी अनट्रेंड मैकेनिक से CNG किट लगावाते हैं तो इसमें कई बार लीकेज होने लगती हैं. जिससे कार में आग लगने की संभावना बढ़ जाती हैं.
- कार को ज्यादा धूप में पार्क नहीं करें
गर्मी के मौसम में आप अपनी कार को धूप में पार्क नहीं करनी चाहिए क्योंकि तेज धूप की वजह से कार के तार कई बार गर्म होकर आपस में चिपक जाते हैं. जिसकी वजह से स्पार्किंग और शार्ट सर्किट का खतरा बढ़ जाता हैं. ऐसे में आपको कार की सर्विसिंग के समय तारों को जरूर चेक करना चाहिए.
- कभी आग लगने के बाद कार का बोनट नहीं खोलें
अगर आपके कार में आग लग जाती हैं तो आप भूलकर भी इसका बोनट ना खोलें. ऐसा करने से कई बार लोग इससे निकलने वाली कार्बन मोनो ऑक्साइड जैसी जहरीली गैस के शिकार हो जाते हैं. जिससे उनका दम घुट जाता हैं और उनकी मौत भी हो जाती हैं. साथ ही कई बार बोनट खोलने से आग भड़कने की संभावना बढ़ जाती हैं.
- आग लगने वाली परिस्थिति में कम से कम 100 फ़ीट दूर रहें
कार में आग लगी हो तो इससे कम से कम 100 फ़ीट की दूरी पर रहना चाहिए क्योंकि ऐसे में कई सारी जहरीले और दम घोटने वाली गैसें निकलती हैं. साथ ही कई बार कार में विस्फोट भी हो जाती हैं. ऐसे में ये बहुत ही जानलेवा होता हैं.