कई बार आपको ऑफिस या कॉलेज जाते समय अपने ही बाइक या स्कूटी का इस्तेमाल करना पड़ता हैं. जिसकी वजह कई सारे रिस्क बढ़ जाते हैं. ऐसे में आपको कुछ खास और जरुरी नियमों और बातों को ध्यान में रखना बहुत ही जरुरी होता हैं.
इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसी खास बातों के बारे बताने जा रहे हैं. जो आपके डेली लाइफ में टू व्हीलर्स से सफर में होने वाले रिस्क और एक्सीडेंट के खतरे को कम कर देते हैं. इनको फॉलो करके आप सुरक्षित तरीके से सफर कर सकते हैं....
स्पीड में ना चलाये बाइक
कई बार लोग जोश में बाइक व स्कूटी को तेज रफ्तार में चलाने लगते हैं. जोकि गलत होने के साथ-साथ आपके खतरनाक होता हैं. कई बार हाई स्पीड में बाइक चलाने से उसपर से कंट्रोल कम हो जाता हैं. जिसकी वजह से अचानक से एक्सीडेंट होने की संभावना बढ़ जाती हैं. इसलिए बाइक चलाते समय आप स्पीड को एक तय सीमा तक ही रखें.
ब्रेक का सही से करें उपयोग
अक्सर आप बाइक चलाते समय इसके दोनों ब्रेक का प्रयोग ठीक से नहीं करते हैं. जब भी आपको ब्रेक लगानी हो तो आप एक साथ दोनों ब्रेक लगाने की आदत डालें. ऐसा करने से आपकी बाइक स्लिप नहीं होती हैं. साथ ही बाइक पर ग्रिप अच्छी रहती हैं.
असली हेलमेट पहने
बाइक चलाते समय अक्सर कई सारे लोग हेलमेट नहीं लगाते हैं. इसलिए सबसे जरुरी हैं कि आप जब भी बाइक से जा रहे हैं तो आप हेलमेट जरूर लगाएं. साथ ही इस बात का भी ध्यान दीजिए कि हेलमेट ओरिजिनल होनी चाहिए. लोकल हेलमेट पहनने से एक्सीडेंट के समय सर पर चोट लगने से बचाव नहीं होता और लोगों की जान चली जाती हैं. इसी कारण से असली वाला हेलमेट ही ख़रीदे.
दूरी का पालन करने
सड़क पर चलते हुए हमेशा अपने से सामने वाली गाड़ियों से उचित दूरी पर ही रहें. ऐसा करने से एक्सीडेंट की संभावना कम हो जाती हैं.
बारिश में बाइक चलाने से बचें
बाइक के मौसम में बाइक चलाने से बचना चाहिए. लेकिन बहुत जरुरी होने अगर आपको बाइक चलानी पड़ती हैं तो सावधानी से ही चलें. स्पीड कम रखें. ब्रेक का सही से इस्तेमाल करे. साथ ही कट मारने से बचना चाहिए नहीं तो बाइक स्लिप हो जाती हैं.
टायर्स में हवा
बाइक के टायर्स में हवा की मात्रा उचित होना चाहिए क्योंकि इसमें हवा कम होने से इंजन पर लोड पड़ता हैं. जिसके कारण बाइक का माइलेज कम हो जाता हैं. इसलिए हफ्ते में एक बार बाइक के टायर्स में आरी का प्रेशर चेक करवाना चाहिए. साथ ही आपने बाइक के टायर्स का भी ख्याल रखें कि कहीं ये घिस तो नहीं रहा हैं. कभी भी टायर्स में मनमानी तरीके हवा नहीं डलवाना चाहिए. इसे हमेशा कंपनी के द्वारा बताये गए लिमिट तक ही भरवाना चाहिए.