कार कंपनियां आज कल कम बजट के कारों में भी कई सारी एडवांस फीचर्स दे रही हैं. जो फीचर्स पहले सिर्फ हाई बजट की कारों में आते थे. वो आज आप कई सारी कारों में आसानी से पा सकते हैं. ऐसे ही एक फीचर होता हैं क्रूज कंट्रोल जिसका नाम आप सभी ने कई बार सुना होगा.
क्रूज कंट्रोल पहले सिर्फ महंगी गाड़ियों में ही आता था. लेकिन इसकी डिमांड और जरूरत को मद्दे नजर रखते हुए अब कार कंपनियां इसे आम बजट की कारों में भी सभी को प्रोवाइड कर रही हैं. लोग इस फीचर के बारे में जानते तो हैं लेकिन वो इसके इस्तेमाल को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं रखते हैं. इसलिए आज हम आपको क्रूज कंट्रोल से जुड़ी हुई हर एक जानकारी देने जा रहे हैं......
क्रूज कंट्रोल क्या हैं?
क्रूज कंट्रोल एक ऐसा फीचर हैं जिसका इस्तेमाल करके आप कार को ऑटोमेटिक मोड पर डाल सकते हैं. इस फीचर को ऑन करके आप कार के एक्सीलेरेटर अपना पैर हटा सकते हैं. इसके लिए सिर्फ आप एक बार कार की स्पीड को सेट कर दीजिए. उसके बाद एक्सीलेरेटर पर पैर रखें बिना भी आप की कार उसी सेट स्पीड पर अपने आप चलती रहेगी.
कितनी स्पीड क्रूज कंट्रोल के लिए जरूरी हैं?
क्रूज कंट्रोल ऑन करने के लिए तय स्पीड कम से 50 kmph होना चाहिए. तभी जाकर इसका असली आनंद आता हैं. साथ ही क्रूज कंट्रोल के जरुरी होता हैं की आप कार किसी खुली सड़क पर चला रहे हैं. जहाँ पर ज्यादा ट्रैफिक ना हो. कभी भी भीड़-भाड़ वाले एरिया में क्रूज कंट्रोल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
ड्राइवर को मिलता हैं आराम
क्रूज कंट्रोल फीचर का इस्तेमाल करने से ड्राइवर को आराम मिल जाता हैं क्योंकि उसे बार रेस पर पैर नहीं दबाना पड़ता हैं. लेकिन इसके बदले में उसे रोड पर काफी ध्यान देना पड़ता हैं. क्रूज कंट्रोल का इस्तेमाल विदेशों में ड्राइवर सिटी में भी करते हैं क्योंकि वहां की सड़के इंडिया के मुकाबले अच्छी हैं और लोग कड़ाई से ट्रैफिक रूल्स को फॉलो करते हैं. जबकि इंडिया में कई सारे लोग जानबूझ कर आपकी गाड़ी के आगे कूद पड़ते हैं. ट्रैफिक नियमों का पालन तक करना दूर बल्कि कई लोगों को इसकी ठीक से जानकारी तक नहीं होती हैं.
इन कारों में मिलता हैं ये फीचर
इंडिया में हुडंई वेन्यू, मारुति सुजुकी विटारा ब्रेजा और किआ सोनेट जैसी महंगी और बेहतरीन कारों में ये फीचर को दिया जा रहा हैं. ताकि लोग इसका आनंद ले सकें. लेकिन इसके साथ जिम्मेदारी और रोड पर सतर्कता बढ़ जाती हैं.