Story in Hindi & English

Why did Lord Parshuram kill Kshatriyas 21 times?
क्यों किया था भगवान परशुराम ने 21 बार इस पृथ्वी से क्षत्रियों का विनाश?

भगवान श्रीहरि विष्णु के छठें अवतार भगवान परशुराम अंत्यत क्रोधी माने जाते है. उनके क्रोध की तुलना भगवान शिव के अंशावतार ऋषि दुर्वासा से की जाती है. कहा जाता है इन्होंने क्रोध में आकर अंगराज कर्ण को श्राप दे दिया था और भगवान शिव के छोटे पुत्र गणेश का एक दांत तोड़ दिया था. यहीं नहीं इन्होंने अपनी माता का गला भी काट दिया था. पुराणों और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इन्होंने इस पृथ्वी से 21 बार क्षत्रियों का सर्वनाश किया था. 

Why did Lord Parshuram kill his Mother?
भगवान परशुराम ने आखिर क्यों काटा था अपनी ही माता का गला?

भगवान विष्णु के छठे अवतार  भगवान परशुराम महर्षि जमदग्नि और देवी रेणुका के सबसे छोटे पुत्र थे. इन्होंने 21 बार इस पृथ्वी से क्षत्रियों का विनाश किया था. ये बहुत ही क्रोधी स्वभाव के थे और अपने माता-पिता के सबसे बड़े आज्ञाकारी पुत्र थे. 

कहा जाता है एक बार इन्होंने अपने पिता के कहने पर अपनी माता का गला काट दी थी, लेकिन उसके बाद उन्हें अपने पिता के वरदान से जीवित भी कर दिया था. तो आइये जानते है इस कहानी के बारे में.. 

Lord Vishnu 10 Avatar
भगवान विष्णु के दशावतार कौन कौन है?

श्रीमद्भगवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं कहा है कि;

यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत

अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् ॥4-7॥

परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् ।

धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ॥4-8॥

Why did we celebrate International Women Day?
क्यों और कब से मनाया जाता है इंटरनेशनल महिला दिवस?

8 मार्च को पूरी दुनिया के लगभग सभी देश इस विश्व की आधी आबादी यानी महिलाओं के सम्मान के लिए इंटरनेशनल विमेंस डे मानती है. इस दिन हर जगह विमेंस को सम्मान दिया जाता है. इंटरनेशनल विमेंस डे के दिन विश्व भर में रह रही महिलाओं के विकास और उनके साथ हो रहे अत्याचार में कितनी कमी हुई है इसकी चर्चा ज़रूर होती है. लेकिन क्या आपको पता है कि ये इंटरनेशनल विमेंस डे आख़िर क्यों मनाया जाता है? 

Why did Lord Shiva fight with Lord Shree Krishna?
क्यों हुआ भगवान शिव और श्रीकृष्ण के बीच महाप्रलयकारी युद्ध?

आदि काल से ही देवताओं और दानवों के बीच अनेकों युद्ध लड़े गए. जिन्हें हर बार देवताओं की विजय हुई. लेकिन क्या आपको पता है एक बार भगवान शिव शंकर और श्रीहरि विष्णु के अंशावतार भगवान श्रीकृष्ण के बीच विनाशकारी युद्ध हुआ था? जिसमें एक तरफ भगवान शिव और उनके पुत्र थे तो दूसरी तरफ से भगवान श्रीकृष्ण, उनके पुत्र प्रद्युम्न और उनके बड़े भाई बलराम थे. तो आइये जानते है इस प्रलयकारी युद्ध के पीछे की कहानी. 


How did King Pandu die? Story of Pandavas birth
कैसे हुई पाण्डु की मृत्यु? पांडवों के जन्म की कहानी

भीष्म ने किया. बाद में चित्रांगद की एक युद्ध में मृत्यु हो गई और विचित्रवीर्य का विवाह काशीनरेश की कन्याओं अम्बिका और अम्बालिका से करा दिया गया. जबकि काशीनरेश की बड़ी बेटी अम्बा पहले से राजा शाल्व से प्रेम करती थी अतः उन्हें शाल्व के पास भेज दिया गया लेकिन शाल्व ने उनको स्वीकार नहीं किया और वो वापस आकर भीष्म से विवाह करने की जिद करने लगी तब भीष्म ने अपने आजीवन ब्रह्मचर्य की प्रतिज्ञा के वजह से विवाह नहीं किया और अम्बा ने भगवान परशुराम को बुलाया तब भीष्म और परशुराम में भयंकर युद्ध हुआ. 

14 Ratna of Samudra Manthan
समुन्द्र मंथन से निकलने वाले 14 रत्न कौन-कौन से थे?

हिन्दू धर्मग्रंथों और पुराणों में समुन्द्र मंथन का जिक्र मिलता है कि कैसे भगवान विष्णु के कहने पर देवताओं और राक्षसों ने एक साथ मिलकर समुन्द्र मंथन किया जिसमें से कई सारे बहुमूल्य रत्न और वस्तुएं निकली. लेकिन बहुत काम लोग है जो उन रत्नों और वस्तुओं के बारे में जानते है. समुन्द्र मंथन से 14 अलग-अलग वस्तुएं निकली थी. जिनमें से अधिकतर लोग सिर्फ हलाहल विष और अमृत के बारे में ही जानते है. तो आइये जानते है इन दोनों के अलावा और कौन-कौन सी वस्तुएं समुन्द्र मंथन के उपरांत निकले थे और उसे किन-किन लोगों ने लिया था? 

what had happened whenever Lord Shiva opened his third eye?
भगवान शिव ने कब-कब खोली थी अपनी तीसरी आँख और इसका क्या परिणाम हुए?

भगवान शिव आदि योगी, महादेव के नाम से जाने जाते हैं. जो कैलाश में एक आदिकाल से वैराग धारण करके अपनी तपस्या में लीन रहते है. उनके मस्तक पर एक तीसरा नेत्र भी है जिसके कारण कहा जाता है कि वो त्रिकालदर्शी है. वो तीनों लोकों और तीनों कालों का एक साथ देख सकते हैं. भगवान शिव को त्रिलोचन और त्रियम्बकेशर  भी जाना जाता है. भगवान शिव शंकर महादेव का तीसरा नेत्र ज्ञान, और विनाश दोनों का प्रतीक हैं. कहा जाता है कि भगवान शंकर के तीसरा नेत्र अगर खुल जाए तो समस्त सृष्टि का विनाश हो जायेगा. महाप्रलय आ जायेगा. 

Akbar-Birbal Story
आलू की सब्जी Akbar-Birbal Story

एक दिन बादशाह अकबर अपने दरबार में बैठे हुए थे तब उन्होंने कहा, आलू दुनिया की सबसे उत्तम सब्जी है जिसे हर कोई कभी और किसी तरह से खा सकता हैं. अकबर की इस बात को सुनकर सभी दरबारियों और मंत्रियों ने उनसे सहमति जाहिर की लेकिन बीरबल ने कोई जवाब नहीं दिया. अकबर के पूछने पर बीरबल ने कहा, जहाँपना भगवान की बनाई गई सभी चीज़ों में से आलू भी एक अच्छा वस्तु है जो स्वादिष्ट होता है लेकिन कोई इंसान सिर्फ आलू ही नहीं खा सकता है. 

Teli aur Kasai Akbar Birbal Story
तेली और कसाई अकबर-बीरबल कहानी

एक बार बीरबल अपने महल में आराम कर रहे थे तभी वहाँ पर एक तेली और एक कसाई आ गए. वो दोनों आपस में झगड़ रहे थे और उन्होंने बीरबल से कहा, आप हमें इन्साफ दे.  बीरबल की समझ में कुछ बात नहीं आई और उसके बाद उन्होंने उनसे एक दूसरे से लड़ने का कारण पूछा. तो तेली ने कहा, मैं अपना तेल बेचकर वापस आ रहा था तभी इस कल्लू कसाई ने मुझे अपनी दुकान पर बुलाया और मुझे तेल लिया मैंने उसे तेल दिया और बदले में उनसे मुझे दो रुपए दिए. 

Bahubhashik Akbar Birbal Story
बहुभाषीक व्यक्ति

एक बार बादशाह अकबर और बीरबल राज्य में घूम रहे थे. तभी उन्होंने देख एक दुकान पर बहुत खूबसूरत कालीन बिक रहा था. अकबर ने बीरबर से उसका दाम पूछने को कहा. बीरबल के पूछने पर व्यापारी ने तमिल में कुछ कहा लेकिन दोनों की समझ में कुछ नहीं आया. कभी देर हो गई लेकिन उनको पता नहीं चला की वो क्या बोल रहा हैं और दोनों वापस राजमहल आ गए. अकबर ने अपने मंत्री सुखदेव को जी से कहा, आप एक ऐसे व्यक्ति को ढूढ़ कर लिए जो कई सारी भाषाएं बोल सकता हो.

Fight between Bear and Woodpecker
भालू और कठफोड़वे की लड़ाई

सुंदरवन जंलग में एक दिन भालू मोतिमल और कठफोड़वे झोकूँचंद मखमल के बीच लड़ाई शुरू हो गयी, और धीरे धीरे ये लड़ाई इतनी बढ़ी की दोनों ने युद्ध का एलान कर दिया. युद्ध के लिए दो दिन बाद का दिन और नदी के पास वाला मैदान तय किया गया. सभी जानवर एक तरफ और सभी पक्षियां, कीड़े सब एक तरफ हो गए. युद्ध की तैयारी दोनों ख़ेमों में ज़ोरो शोरों से शुरू हो गई, ऐसा लग रहा था की तीसरा विश्व युद्ध होने वाला हैं. 

The Ant and the Grasshopper story
टिड्डा और चींटी

एक बार दूर जंगल में कुछ चींटियाँ खूब सारा खाना अपने घर में ले जाकर जमा कर रही थी. वो लोग हर रोज इसी तरह से खूब मेहनत और लगन के साथ अपना काम कर रही थी. वहीं पास ही में एक टिड्डा भी रहता था वो सारा दिन उनको देखकर बस गिटार बजाता और गाना गाता था. एक दिन उसने चींटियों की रानी से पूछा आप इतनी मेहनत क्यों कर रही है? आप भी मेरी तरह आराम क्यों नहीं करती? 

Prediction of Magical Snake
जादुई साँप की भविष्यवाणी

एक गाँव में एक ब्राह्मण रहता था वो भिक्षा माँगकर अपने परिवार का पालन-पोषण करता था. एक दिन उसने सोचा कि जो भी मुझे भिक्षा मि मिलता उसे मेरे परिवार और बच्चों का पेट नहीं भरता है क्यों एक दिन नगर के राजा से चलकर कुछ सहायता के लिए निवेदन करते है. अगले दिन ही ब्राह्मण राजा से मिलने के लिए चल दिया. राजा के महल से पहले एक घना जंगल था ब्राह्मण उसी रास्ते से राजमहल की ओर जा रहा था. तभी उसे एक पेड़ के पास साँप दिखाई दिया. ब्राह्मण ने साँप को प्रणाम किया और उस साँप ने उस ब्राह्मण से कहा, मैं जानता हूँ आप राजा से आर्थिक सहायता माँगने जा रहे.

Who is the owner of the Horse
घोड़े का असली मालिक कौन?

एक बार एक मुसाफिर अपने घोड़े पर बैठकर आगरा जा रहा था. उसे रास्ते में एक व्यक्ति पैदल चलता हुआ दिखाई दिया. उसने उस व्यक्ति को अपने साथ बैठकर उसे उसके घर छोड़ दिया. लेकिन जब उस मुसाफिर ने उस दूसरे व्यक्ति को उसके घर छोड़कर वापस अपना घोड़ा लेकर चलने लगा तब दूसरे व्यक्ति ने उस मुसाफिर से मनमानी तरीके से वो घोड़ा हथियाने की सोची और उस मुसाफिर से झगड़ने लगा.