सुशांत सिंह की चार बहनें और घर में सबसे छोटा होने के नाते इन्हें गुलशन के नाम से पुकारा जाता था.
सुशांत सिंह को इंजीनियरिंग में ज़रा सी रूचि नहीं थी वो आर्मी या एस्ट्रोनॉट बना चाहते थे लेकिन इनके पिता चाहते थे की ये इंजीनियर बने और इसीलिए इन्होंने दिल्ली में इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लिया.
सुशांत जब 16 साल के थे तभी इनकी मम्मी का अचानक देहांत हो गया, जिससे सभी लोग बहुत ज़्यादा शॉक्ड थे. क्योंकि उससे पहले वो बिलकुल ठीक थी और किसी को उम्मीद न थी कि वो ऐसे अचानक उन सबको छोड़कर चली जाएंगी.