एक चाहत थी तेरे साथ जीने की वरना मोहब्बत तो किसी से भी हो सकती थी!!!
छुपाने लगा हूँ आजकल कुछ राज अपने आप से, सुना है कुछ लोग... मुझको मुझसे ज्यादा जानने लगे है..
कागज पे तो अदालत चलती है,हमने तो तेरी आँखों के फैसले मंजूर किये....
फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जायेगी,ज़िंदगी ज़ुल्फ़ नहीं जो फिर संवर जायेगी,थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे,ये ज़िंदगी ठहरेगी नहीं जो गुज़र जायेगी।
दीवानगी मे कुछ ऐसा कर जाएंगे।महोब्बत की सारी हदे पार कर जाएंगे।वादा है तुमसे ।दिल बनकर तुम धड़कोगे और सांस बनकर हम आएँगे।।।
ये वादा है हमारा ना छोड़ेंगे साथ तुम्हाराजो गए तुम हमको भूल करले आएंगे पकड़ कर हाथ तुम्हारा !!!