इश्क़ का बीज*********बरसों पहले बोयापर खिला है अभी..फिर इश्क़ भी भलाबुढ़ा हुआ है कभी..
"जैसे बहती नदी, किनारों पे निशान छोड़ जाती है,जुगनू अँधेरे में अपनी, अलग पहचान छोड़ जाती है,कभी गुजरती है रेल पुल पे, मुझे सुनाई नहीं देता,तुम्हारे साथ होकर, ज़िंदगी पहचान छोड़ जाती है l"
लफ्जों की तरह तुझे किताबों में मिलेंगे
बन के महक तुझे गुलाबों में मिलेंगे,
खुद को कभी अकेला मत समझना,
हम तुझे तेरे दिल में या तेरे ख्यालों में मिलेंगे.
कोई पूछ रहा है मुझसे अब मेरी ज़िन्दगी की कीमत,
मुझे याद आ रहा है हल्का सा मुस्कुराना तुम्हारा!
तुम्हारा इंतज़ार हमें हर पल रहता है,
हर लम्हा हमें तुम्हारा एहसास रहता है,
तुम्हारे बिना धड़कने रूक जाती हैं हमारी,
क्योंकि तुम्हारा एहसास ही हमारी धड़कन बनकर रहता है !!
tujhe pyaar karte hai karte rahenge
ki dil banke dil mein dhadkte rahenge
tera naam le le ke jite rahenge
tera naam le le ke marte rahenge