उन्हें इश्क़ हुआ था
मझे आज भी है....!
आफत है तेरे खत के फाड़े हुये पुर्जे,रख्खे भी नहीं जाते फेंके भी नहीं जाते..
अभी अभी इक आईना तोड़ आया हूँ,
की तेरी तस्वीर,
मेरी आँखों में नज़र आती है l
"मेरी शब्दों में अगर,तुम्हारा महबूब दिख जायेतो मेरी कोई खता नहीं,मैंने तो सब अपने,दिल के नाम लिखा है l "
वो किसी अखबार में किस्सा हो जाये,कभी मेरे मोह्हबत का भी हिस्सा हो जाये l
इश्क़ करो तो बेहिसाब करो बिछड़ना तो एक दिन है ही
इश्क़ करो तो बेहिसाब करो
बिछड़ना तो एक दिन है ही