न जाने मेरा ये दिल कहा खो गया,
तुझे पहली दफा देखा,
और तेरा ही हो गया..
कोई गलती हो जाये तो डाट लिया करो,
मगर यू रूठा न करो हमसे..
"Ishq" में कहा कोई उसूल
होता है यार चाहे जैसे भी हो
बस क़ुबूल होता है।
मंजिल तो एक होगी लेकिन हर कदम पर
तेरा नाम होगा तलाश खत्म हो जाएगी मेरी
जब तेरे लबों पर मेरा नाम होगा।
मोहब्बत का शोर नहीं सिर्फ
एक एहसास होनी चाहिए
और हमे जिनसे प्यार है बस
उन्हें पता होनी चाहिए।
"बातों में क्यों वक़्त जाया किया जाये,
कुछ वक़्त बस एक-दूसरे में रहा जाये,
जन्नते नसीब करने को, इबादत ही क्यों,
खामोशी से क्यों ना मोह्हबत किया जाये l "