कोई हस्ती कोई मस्ती कोई चाह पे मरता है
कोई नफरत कोई मोहब्बत कोई लगाव पे मरता है
यह देश है उन दीवानों का यहां
हर बंदा अपने हिंदुस्तान पे मरता है!!
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा,
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा,
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए,
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये।
बलिदानों का सपना जब सच हुआ,
देश तभी आजाद हुआ,
आज सलाम करे उन वीरों को,
जिनकी शहादत से ये भारत गणतंत्र हुआ।
ना जियो धर्म के नाम पर,
ना मरों धर्म के नाम पर,
इंसानियत ही है धर्म वतन का,
बस जियो वतन के नाम।
मेरे जज़्बातों से इस कदर वाकिफ है
मेरी कलम, मैं इश्क भी लिखना चाहूँ
तो इंकलाब लिख जाता है ।
देश भक्तो की बलिदान से स्वतंत्र हुए है
हम कोई पूछे कोन हो तो गर्व से कहेंगे
भारतीय है हम।