अच्छा हुआ ये आँसू बेरंग है,
वरना हर सुबह मेरे तकिये का
बदला हुआ रंग मेरी तन्हाई की
हकीकत ब्यान कर देता।
जिनके प्यार बिछड़े है,
उनका सुकून से क्या ताल्लुक़,
उनकी आँखों में नींद नहीं,
सिर्फ आँसू आया करते है।
आंसुओसे पलके भिगा लेता हूं
याद तेरी आती है तो रो लेता हूं
सोचा की भुला दु तुझे मगर,
हर बार फैसला बदल देता हूं।